नई दिल्ली: चक्रवाती तूफान ‘यास’ ने ओडिशा के बालेश्वर क्षेत्र में तबाही मचाने के बाद पश्चिम बंगाल के कई तटवर्ती जिलों में कहर बरपाया है और प्रचंड हवाओं और आंधी के साथ तेज बारिश से यहां काफी नुकसान पहुंचा है। अब तूफान धीरे-धीरे कमजोर हो रहा है। वहीं, बंगाल में तीन लाख घरों को तूफान ने तबाह कर दिया है। रेस्क्यू कार्य जारी है।

ममता रख रही हैं निगरानी
राज्य में तूफान के कारण अब तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। तूफान से प्रभावित अधिकांश इलाकों में हालांकि संचार सुविधा की समस्या बरकरार है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी राज्य सचिवालय से मंगलवार से ही स्थिति पर निगरानी रखी हुयी हैं।

कई बांध क्षतिग्रस्त
ममता बनर्जी ने कहा, “कई बांध पहले ही क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। कई जिलों में बाढ़ आ गई है। हम अब तक लगभग 15 लाख लोगों को निकाल सके हैं।” उन्होंने कहा,“ चक्रवाती तूफान ने पूर्वी मिदनापुर, उत्तर और दक्षिण 24 परगना, मिदनापुर, पुरुलिया, झारग्राम, बांकुरा, पश्चिम बर्दवान, हावड़ा, कोलकाता और आसपास के जिलों हुगली और नदिया में 75 से 110 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तूफान आया। तटीय क्षेत्र में हवा की गति 130 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है।”

झारखंड में आज और कल भारी बारिश
आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि झारखंड में आज और कल भारी बारिश हो सकती है। बिहार, सब हिमालयन पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भी आज और कल आइसोलेटेड भारी बारिश से भारी बारिश हो सकती है। असम मेघालय में भी आज आइसोलेटेड भारी बारिश होने की उम्मीद है।

ओडिशा में धीमा पड़ा तूफ़ान
उन्होंने बताया कि तूफान बालेश्वर के दक्षिण में ओडिशा तट को पार कर रहा है। अभी इसके हवा की गति 130-140 किलोमीटर प्रति घंटे है। लैंडफॉल प्रक्रिया अभी चल रही है जो 3 घंटे में पूरी होगी। इसके बाद ये कमजोर होकर उत्तर पश्चिम दिशा में गति करेगा।

कल पहुंचेगा झारखण्ड
उन्होंने आगे बताया कि कल सुबह ये झारखंड पहुंचेगा तब इसके हवा की गति 60-70 किलोमीटर प्रति घंटे होगी। इसकी सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाने वाली हवा बालेश्वर, भद्रक और पश्चिम बंगाल के मिदिनीपुर में चल रही है। ओडिशा के अंदर के ज़िलों में भी हवा की गति 60-70 किलोमीटर प्रति घंटे रहेगी।