लखनऊ: अखिल भारतीय कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने प्रदेश में बढ़ती आपराधिक घटनाओं को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है।

पत्र में महासचिव प्रियंका गांधी ने लिखा कि पिछले दिनों मैंने एक पत्र के माध्यम से प्रदेश में बढ़ रही आपराधिक घटनाओं की तरफ आपका ध्यान आकृष्ट करने की कोशिश की थी। दिन दहाड़े आम लोगों के साथ घट रही आपराधिक घटनाओं के चलते प्रदेश के आमजनों के मन में एक डर का भाव बैठ गया है। उप्र में क्राइम और कोरोना दोनों बेलगाम हो चुके हैं।

उत्तर प्रदेश की प्रभारी राष्ट्रीय महासचिव ने पत्र में कहा है कि मैंने लोगों को कहते सुना है कि उप्र में अपहरण एक उद्योग बन चुका है और हत्या एक रोजनामचा। लूट एवं बलात्कार की घटनाओं से प्रदेश दहल उठा है। यह सब सिर्फ एक चीज की तरफ इशारा करता है कि किसी न किसी कारण अपराधी बेखौफ हैं और शासन-प्रशासन का इकबाल खत्म हो गया है।

उन्होंने संभल जिले में हुई एक आपराधिक घटना का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री को लिखा है कि एक बार पुनः एक घटना के माध्यम से पूरे प्रदेश में कानून-व्यवस्था की लचर स्थिति की तरफ आपका ध्यान आकृष्ट करना चाहती हूँ। संभल जिले के चंदौसी में रहने वाले श्री रामौतार शर्मा जी इफ्को किसान सेवा केंद्र से सेवानिवृत्त थे और गाँव बिचेटा चैराहे पर एक खाद की दुकान चलाते थे। 30 जुलाई 2020 की शाम को दुकान से वापस जाते वक्त बदमाशों ने श्री रामौतार शर्मा जी व उनके बेटे पर गोली चलाई व उनके पैसे लूट लिए। इस घटना में श्री रामौतार शर्मा की मृत्यु हो गई और उनके बेटे बाल-बाल बचे। इस घटना से पूरे क्षेत्र में रोष व्याप्त है।

प्रियंका गांधी ने पत्र में मांग कीं हैं कि जल्द से जल्द अपराधियों को पकड़ कर श्री रामौतार शर्मा जी के परिवार को न्याय दिला जाए। साथ ही साथ रामौतार शर्मा जी के परिवार के लिए आर्थिक मदद की भी प्रदेश सरकार घोषणा करें।

पत्र उन्होंने लिखा है कि बढ़ती अपराध की घटनाओं से उप्र में भय का माहौल है। आम जन, महिलाएँ, बच्चे, व्यापारी इत्यादि डर के साये में हैं। उन्होंने पत्र में कानून व्यवस्था को ठीक करने और आपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से गुजारिश की है।