स्पोर्ट्स डेस्क
साउथ अफ्रीका के अंपायर रुडी कर्टजन का कार दुर्घटना में निधन हो गया है. ये हादसा मंगलवार को रिवर्सडेल में हुआ. 73 साल के कर्टजन नेल्सन मंडेला बे पर अपने घर की तरफ जा रहे थे.वह केपटाउन में गोल्फ वीकेंड मना कर लौट रहे थे. उनके बेटे रूडी कर्टजन जूनियर ने एल्गोआ एफएम न्यूज को बताया कि उनके पिता की तुरंत निधन हो गया.

उनके बेटे ने बताया, “वह अपने कुछ दोस्तों के साथ गोल्फ टूर्नामेंट खेलने गए थे. वह सोमवार तक आने वाले थे, लेकिन उन्होंने एक और दिन गोल्फ खेलने का फैसला किया.”

रूडी कर्टजन महान क्रिकेट अंपायरों में से एक हैं. कर्टजन ने 108 टेस्ट मैचों में अंपायरिंग की. उन्होंने 209 वनडे और 14 टी20 मुकाबलों में भी अंपायरिंग की. कर्टजन का अंपायरिंग डेब्यू साल 1992 में हुआ था और 2010 में उन्होंने संन्यास ले लिया.वह 1997 में फुल टाइम अंपायर बने थे. 2002 में जब पहली बार आईसीसी इलीट पैनल अंपायर की स्थापना हुई थी तब वह उसमें शामिल थे. वह डेविड शेफर्ड के बाद दूसरे ऐसे अंपायर थे जिन्होंने 150 से ज्यादा वनडे मैचों में अंपायरिंग की थी. उन्होंने अबू धाबी में 19 अप्रैल 2006 में भारत और पाकिस्तान के खिलाफ मैच में ये काम किया था. उन्होंने शेफर्ड के 172 वनडे के रिकॉर्ड को वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच मैच में तोड़ा था.

वह स्टीव बकनर के बाद दूसरे अंपायर बने थे जिसने 100 टेस्ट मैचों में अंपायरिंग की हो. 16 जुलाई 2009 को लॉर्डस मैदान पर इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच मैच में उन्होंने ये काम किया था.ह 2003 और 2007 विश्व कप के फाइनल में तीसरे अंपायर की भूमिका में थे.

कर्टजन हालांकि 1981 में ही अंपायर बन गए थे लेकिन इंटरनेशनल स्तर पर आते-आते उन्हें समय लगा. जब भारतीय टीम ने 1992 में साउथ अफ्रीका दौरा किया तब उन्होंने अपना अंपायरिंग डेब्यू किया. ये वो पहली सीरीज थी जिसमें टीवी रिप्ले के जरिए रन आउट दिए गए थे.

कर्टजन के निधन की खबर सुनकर हर कोई स्तब्ध है. वह क्रिकेट की दुनिया के मशहूर और हर दिल अजीज अंपायरों में से एक थे. उनके निधन की खबर सुनकर साउथ अफ्रीकी टीम ने एक फैसला किया है. साउथ अफ्रीका मंगलवार को इंग्लैंड के खिलाफ होने वाले मैच में कर्टजन को श्रद्धांजलि देने के लिए काली पट्टी बांध कर उतरेगी.