भारत की सबसे बड़ी प्रजनन उपचार श्रृंखला, इंदिरा आईवीएफ ने लखनऊ में एक नया केंद्र खोलने के साथ ही संतान के इच्छुक माता-पिता की सहायता के लिए अपने दरवाजे खोल दिए हैं। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने लखनऊ की महापौर संयुक्ता भाटिया, फिक्की यंग लीडर फोरम के चेयरमैन, यूपी चैप्टर – नीरज सिंह के साथ इस केंद्र का उद्घाटन किया।

इस अवसर पर इंदिरा आईवीएफ के संस्थापक और अध्यक्ष, डॉ अजय मुर्दिया, इंदिरा आईवीएफ के सीईओ और सह-संस्थापक, डॉ क्षितिज मुर्दिया, इंदिरा आईवीएफ के निदेशक और सह-संस्थापक, श्री नितिज मुर्दिया और इंदिरा आईवीएफ लखनऊ के चीफ आईवीएफ स्पेशलिस्ट एवं लैप्रोस्कोपिक सर्जन, डॉ पवन यादव उपस्थित थे।

पिछले वर्षों में, इंदिरा आईवीएफ ने तकनीक की बदौलत अपनी श्रेष्ठता स्थापित की है और इंडस्ट्री में शानदार सफलता दर प्रदान किया है। इस ब्रांड को रोगी केंद्रितता और इसकी रणनीति के चार स्तंभों – जागरूकता, सामर्थ्य, पहुंच और आश्वासन के लिए व्यापक रूप से जाना जाता है। इस नए केंद्र के साथ इंदिरा के उत्तर प्रदेश में 15 और भारत भर में 109 एक्सेस पॉइंट हो गए हैं। उत्तर प्रदेश में यह संगठन आगरा, अलीगढ़, इलाहाबाद, बरेली, गोरखपुर, झांसी, कानपुर, गाजियाबाद, मऊ, मेरठ, नोएडा, राजनगर, सुल्तानपुर, वाराणसी और लखनऊ सहित सभी शीर्ष 15 जिलों में अपनी सेवाएं प्रदान करता है। इन केन्द्रों ने हजारों जोड़ों को संतान सुख के उनके सपनों को सच करने में सशक्त बनाया है।

इस अवसर पर बोलते हुए, इंदिरा आईवीएफ के संस्थापक और अध्यक्ष, डॉ अजय मुर्दिया ने कहा, “हम लखनऊ में अपना केंद्र शुरू करने और इच्छुक कपल्स को उनका परिवार शुरू करने में सहायता प्रदान करने को लेकर प्रसन्न हैं। इंदिरा आईवीएफ इस बात को भलीभांति समझता है कि किस तरह से इनफर्टिलिटी के चलते विवाहित जोड़ों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है, इस प्रकार हम उन्हें किसी भी अतिरिक्त बोझ से छुटकारा दिलाने हेतु एक ही छत के नीचे अत्याधुनिक उपचार प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। लखनऊ राज्य की राजधानी होने के नाते एक महत्वपूर्ण स्थान है, हम उम्मीद करते हैं कि हम अपनी सेवाओं का विस्तार करके ऐसे हर जोड़े तक पहुँच सकेंगे जिन्हें समर्थन और मार्गदर्शन की आवश्यकता है।”

इंदिरा आईवीएफ ने पिछले एक दशक में 1,00,000 से अधिक जोड़ों को गर्भ धारण करने में मदद की है। अत्याधुनिक तकनीक से प्रेरित और कई चिकित्सा विशेषज्ञों और आईवीएफ विशेषज्ञों द्वारा संचालित, इस संगठन ने अपनी प्रक्रियाओं के लिए असाधारण सफलता दर हासिल की है। इसने इलेक्ट्रॉनिक विटनेसिंग सिस्टम, क्लोज्ड वर्किंग चैम्बर्स, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, माइक्रोफ्लूडिक्स व अन्य सहित नवीनतम सहायक प्रजनन तकनीक में निवेश किया है – और देश भर और उत्तर प्रदेश में उपलब्ध सर्वोत्तम उपचार विकल्पों के जरिए कपल्स को आश्वस्त किया है।

इस अवसर पर बोलते हुए, इंदिरा आईवीएफ के सीईओ और सह – संस्थापक, डॉ क्षितिज मुर्दिया ने कहा, “हर छह जोड़ों में से एक को संतानोत्पत्ति में मुश्किल आती है, और यह जानना महत्वपूर्ण है कि यह दोनों में से किसी भी साथी के चलते या फिर दोनों के ही चलते हो सकता है। इस प्रकार, सही निदान के जरिए पुरुष और महिलाएं दोनों सहायक प्रजनन तकनीक से लाभ उठा सकते हैं और संतान सुख प्राप्त कर सकते हैं। इंदिरा आईवीएफ द्वारा उपयोग की जाने वाली तकनीक में अत्याधुनिक विकास ने उपचार के पहले चक्र के दौरान कई कपल्स को गर्भ धारण करने में मदद की है, और हमारा लक्ष्य भविष्य में भी ऐसा करना जारी रखना है।”

अपने विचार प्रकट करते हुए, डॉ पवन यादव, मुख्य आईवीएफ विशेषज्ञ और लेप्रोस्कोपिक सर्जन, इंदिरा आईवीएफ लखनऊ ने कहा, “शुरुआत में जब हमने लखनऊ में कपल्स का इलाज शुरू किया था, तो हमने देखा कि लोग बड़े पैमाने पर इनफर्टिलिटी को लेकर ग्लानि की भावना से भरे थे। कपल्स इस उपचार और इसके संभावित परिणामों को लेकर आशंकित थे। हालांकि, अब हम एक लंबा सफर तय कर चुके हैं क्योंकि विभिन्न सफल उपचार के माध्यम से हम हासिल किए जा सकने योग्य परिणामों को दिखाने में सक्षम रहे हैं। जब भी कपल्स परामर्श और परीक्षण के लिए इंदिरा आईवीएफ केंद्र आते हैं, तो हमारे फर्टिलिटी स्पेशलिस्ट्स न केवल उन्हें कारण बताते हैं बल्कि पूरी उपचार प्रक्रिया के बारे में अच्छी तरह से समझाते भी हैं। इंदिरा आईवीएफ लखनऊ के कर्मचारी अत्यधिक योग्य हैं और संबंधित क्षेत्र में विशेषज्ञ हैं। यह उपचार की मांग करने वाले कपल्स की आशा को पूरा करने और उनके जीवन में उत्साह लाने की हमारी विनम्र आकांक्षा है।”

अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे से लैस, इंदिरा आईवीएफ अनगिनत कपल्स को इनफर्टिलिटी की अक्सर-जटिल समस्या से मुक्ति पाने में मदद करता है और अंततः एक परिवार को पूरी तरह से शुरू करने के उनके सपने को साकार करता है। इसके साथ ही, यह परामर्श भी प्रदान करता है और एग और स्पर्म फ्रीज़िंग की सुविधा प्रदान करता है, जो कई युवा पुरुषों और महिलाओं के लिए एक वरदान है जो अपने शुरुआती चालीसवें वर्ष तक परिवार नियोजन में देरी करना चुनते हैं।