नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उत्तर-पूर्वी राज्यों राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने कहा कि हम अभी भी दूसरे विकसित देशों की तरह किसी खराब स्थिति के आने के बारे में नहीं सोच रहे, लेकिन हमने खराब से खराब स्थिति के लिए तैयारी की है। उन्होंने कहा कि देश में अभी कोरोना से मृत्यु दर 3.3 फीसदी पर बनी हुई है। यहां रिकवरी रेट यानी मरीजों के ठीक होने की दर बेहतर हुई है, जो कि अच्छी बात है। हालांकि, देश में पिछले तीन दिनों में संक्रमण के मामले दोगुने होने की रफ्तार 11 दिन है, जो कि पिछले सात दिनों से 9.9 दिन पर बनी हुई थी।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने शनिवार को कहा कि कोविड-19 की जांच बढ़कर प्रतिदिन लगभग 95,000 हो गई है, जबकि 332 सरकारी और 121 निजी प्रयोगशालाओं में अब तक कुल 15 लाख 25 हजार 631 जांच हुई है।स्वास्थ्य मंत्री ने पूर्वोत्तर के राज्यों में कोविड-19 स्थिति और इसके प्रसार को रोकने के लिये उठाये गये कदमों की समीक्षा की। उन्होंने चबाने वाले तंबाकू का उपयोग रोकने और सार्वजनिक स्थानों पर थूकने को निषिद्ध करने के लिये ठोस कदम उठाये जाने की जरूरत पर जोर दिया।

उन्होंने कहा कि इससे संक्रमण के प्रसार को रोकने में मदद मिलेगी। अरूणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, त्रिपुरा और सिक्किम के प्रतिनिधियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक में हर्षवर्धन ने कोविड-19 से निपटने में सभी राज्यों के समर्पण की सराहना की। बयान में हर्षवर्धन के हवाले से कहा गया है, ‘‘यह एक बड़ी राहत है और यह देखना बहुत सुखद है कि पूर्वोत्तर के ज्यादातर राज्यों में ‘ग्रीन जोन’ हैं। आज की तारीख में सिर्फ असम और त्रिपुरा में ही कोविड-19 के मामले रह गये हैं। अन्य सभी राज्य ग्रीन जोन में हैं। आइए हम ध्यान केंद्रित करें और ‘ऑरेंज जोन’ को ग्रीन जोन में तब्दील करने के लिये साथ मिल कर काम करें।’’