अलग अलग राज्यों में अलग-अलग वक्त पर क़हर बरसाने की चेतावनी

नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस के मामले तेजी बढ़ते जा रहे हैं। रोजाना रिकॉर्ड तोड़ मामले सामने आ रहे हैं। कोरोना महामारी (corona epidemic) का असर फिलहाल कम होने वाला नजर नहीं आ रहा है। विशेषज्ञों का दावा है कि भारत में कोरोना सिंतबर में पीक (peak) पर होगा यानी सितंबर में कोरोना वायरस और कहर बरपाने वाला है। एक्सपर्ट ने चेताया है कि अलग अलग राज्यों में अलग-अलग वक्त पर इस वायरस का प्रकोप चरम पर होगा।

पब्लिक हेल्थ फाउंडेशन (public health foundation) के प्रमुख डॉ. के श्रीनाथ रेड्डी ( dr. k d srinath) कहा कि सितंबर के बीच में यह वायरस चरम पर होगा और लोगों को एहतियात बरतने की जरूरत होगी। कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर उन्होंने कहा कि हम यहां तक आने से बच सकते थे लेकिन ऐसा हो नहीं पाया। उन्होंने कहा कि हमें इस रोकने के लिए और ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है। रेड्डी ने कहा कि अलग-अलग समय पर अलग-अलग राज्यों में कोरोना वायरस का कहर चरम पर होगा। भारत covid -19 के मामलों दो महीने में चरम पर देखा जा सकता है अगर मजबूत सार्वजनिक स्वास्थ्य उपाय हैं और लोग सभी सावधानी बरतते हैं।

AIIMS मे कार्डियो विभाग के प्रमुख रह चुके रेड्डी ने कहा कि लॉकडाउन के दूसरे चरण तक, नियंत्रण के उपाय बहुत सख्त थे क्योंकि भारत ने प्रसार को रोकने की कोशिश की थी। लेकिन ऑनलाक के प्रक्रिया शुरू होने के बाद लोगों ने लापरवाही बरतनी शुरू कर दी। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन हटने के बाद लोगों ने एहतियात बरतने में ढिलाई दिखाई है जिससे संक्रमण और बढ़ता गया है। आर्थिक गतिविधियों को जारी रखने के साथ-साथ हमें कोरोना वायरस से भी बचने की जरूरत है।