नई दिल्ली: भारत दुनिया में कोरोना महामारी का एपिसेंटर बन चुका है. इस महामारी से लड़ाई के लिए देश में बेसिक ज़रूरतों (बेड्स, ऑक्सीजन) की किल्लत है. इस सबके बीच एक्सपर्ट्स ने चेतावनी दी है कि भारत में जिस तरह के हालात बन रहे हैं, उस हिसाब से अगले कुछ हफ्तों में अतिरिक्त करीब 5 लाख आईसीयू बेड्स की जरूरत के साथ ही साथ ही 2 लाख नर्स और डेढ़ लाख डॉक्टर्स की जरूरत पड़ेगी

4-5 महीने तक बने रहे सकते हैं हालात
विख्यात सर्जन डॉ. देवीप्रसाद शेट्टी के मुताबिक, अभी भारत के पास 75 से 90 हजार के बीच आईसीयू बेड्स हैं, जिनमें से अधिकतर भर चुके हैं. ये हाल तब है जब अभी कोरोना की इस लहर का पीक नहीं आया है. भारत में 21 मेडिकल सेंटर चलाने वाली नारायणा हेल्थ संस्था के चेयरमैन डॉ. शेट्टी का कहना है कि अभी भारत में टेस्टिंग कम है, मौजूदा ट्रेंड के हिसाब से भारत में हर रोज 10-15 लाख लोग कोरोना पॉजिटिव हो रहे हैं. इससे आप हालात का पता लगा सकते हैं, ऐसे में नए आईसीयू बेड्स की व्यवस्था करना बेहद जरूरी है. उन्होंने बताया कि मौजूदा हालात अगले 4-5 महीने तक बने रहे सकते हैं.

इनका कर सकते हैं उपयोग
उन्होंने सुझाव दिया है कि भारत में करीब सवा दो लाख ऐसे नर्सिंग स्टूडेंट हैं जो अपनी पढ़ाई के आखिरी साल या थर्ड ईयर में हैं, ऐसे में उन्हें इस्तेमाल किया जा सकता है. उनका कहना है कि हजारों स्टूडेंट या भविष्य के डॉक्टरों का इस वक्त इस्तेमाल किया जा सकता है, क्योंकि यह युद्ध जैसे हालात हो गए हैं.

बता दें कि भारत में बीते 10 दिनों में ही 30 लाख केस आ गए हैं, वहीं अब औसतन 3 हजार के करीब मौतें हो रही हैं.