टीम इंस्टेंटखबर
कांग्रेस ने पार्टी के वरिष्ठ नेता केवी थॉमस और सुनील जाखड़ को पार्टी से बाहर कर दिया है. दोनों नेताओं के खिलाफ पार्टी लाइन के विरुद्ध जाने का आरोप था.

इस बात के पहले से ही आसार लगाए जा रहे थे कि दोनों नेताओं के खिलाफ कांग्रेस कड़ी कार्रवाई कर सकती है. ऐसे में मंगलवार को ये देखने को भी मिला.

दरअसल, पूर्व केंद्रीय मंत्री केवी थॉमस और पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ के खिलाफ मिली शिकायतों पर आगे की कार्रवाई तय करने के लिए मंगलवार को कांग्रेस अनुशासन समिति की बैठक हुई. इसके बाद उन्हें पार्टी से सस्पेंड करने का फैसला किया गया. वहीं, पार्टी से सस्पेंड होने पर जाखड़ ने कहा, मैं कांग्रेस पार्टी को शुभकामनाएं देता हूं.

कांग्रेस की केरल और पंजाब यूनिट्स ने क्रमश: केवी थॉमस और सुनील जाखड़ के खिलाफ शिकायतें पार्टी आलाकमान को भेजी थीं. कांग्रेस की अनुशासन समिति ने 11 अप्रैल को कांग्रेस के दोनों दिग्गज नेताओं को कारण बताओ नोटिस जारी किया था.

अनुशासन समिति के सचिव तारिक अनवर के अनुसार, केवी थॉमस ने कारण बताओ नोटिस का जवाब दिया था. लेकिन सुनील जाखड़ ने समिति को नोटिस का जवाब नहीं दिया था. इसके बाद अनवर ने कहा था कि समिति के पास दोनों नेताओं के खिलाफ पार्टी से सस्पेंशन या उन्हें बाहर निकालने जैसी कार्रवाई करने का अधिकार है. इस तरह अब दोनों नेताओं को सस्पेंड कर दिया गया है.

दरअसल, सुनील जाखड़ को पार्टी लाइन के खिलाफ उनकी कथित टिप्पणी के लिए जवाब दाखिल करने को कहा गया था. जाखड़ ने पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी को निशाना बनाया और दलित समुदाय के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था.

सुनील जाखड़ के खिलाफ कई शिकायतें मिलने के बाद AICC पंजाब प्रभारी हरीश चौधरी ने पार्टी नेतृत्व को पत्र लिखकर मामले को अनुशासनात्मक समिति को भेजने के लिए कहा. सूत्रों के मुताबिक चौधरी को मिली शिकायतों में पंजाब कांग्रेस के नेताओं की ओर से कहा गया था कि पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने पूर्व सीएम चरणजीत सिंह चन्नी समेत साथी लोगों पर निशाना साधते हुए आपत्तिजनक टिप्पणी की थी.