मेरठ: कोरोना मरीज़ों का गढ़ बनते जा रहे मेरठ में कल (14 मई ) को अघोषित कर्फ्यू घोषित किया गया है. आपातकालीन स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन ने शहर में कम्पलीट लॉकडाउन करने का फैसला लिया है. इस दौरान सिर्फ दूध की दुकानें ही सुबह 10 बजे तक खुलेंगी. वहीं किराना सहित अन्य सभी दुकानें बंद रहेंगी. डीएम अनिल ढींगरा ने लोगों से सहयोग करने के लिए अपील की है.डीएम ने बताया कि यह व्यवस्था सिर्फ एक दिन के लिए ही रहेगी. प्राइवेट अस्पताल खुले रहेंगे. बिना मास्क पाए जाने पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा.

जिला प्रशासन का कहना है कि कल बृहस्पतिवार को केवल दवा और दूध की दुकानें सुबह 6:00 बजे से सुबह 10:00 बजे तक ही खुलेंगी| जो भी इस संपूर्ण लॉकडाउन का उल्लंघन करेगा उसके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी. जिला प्रशासन का कहना है कि बढ़ते कोरोना को प्रकोप को देखते हुए यह कदम उठाया गया है जिससे कोरोनावायरस की चेन तोड़ने में सहायता मिलेगी. कल होने वाले संपूर्ण लॉकडाउन की तैयारी कर ली गई है इसके लिए सुरक्षा के कड़े प्रबंध भी किये जा रहे हैं

जिला अधिकारी अनिल ढींगरा ने बचत भवन में आयोजित प्रेसवार्ता में कहा कि बुधवार दोपहर तक जिले में 3,522 लोग होम क्वारंटीन पूरा कर चुके हैं.डीएम ने बताया कि जिले में निगरानी समिति का गठन किया गया है. इसके अलावा अभी तक 21 लाख लोगों के घरों तक टीमों ने पहुंचकर उनकी जानकारी जुटाई है. जिले में अभी तक 6,132 सैंपलों की जांच की जा चुकी है जिनमें से 756 निगेटिव आए हैं.

एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि जिले में लॉकडाउन लागू होने के बाद से इसका उल्लंघन करने वाले 3567 व्यक्तियों के खिलाफ 2020 मुकदमे दर्ज किए गए हैं. 36,910 वाहनों का चालान करते हुए 1157 वाहनों को सीज किया गया है. इसी के साथ लॉकडाउन तोड़ने वालों से लगभग 7 लाख 85 हजार रुपये का जुर्माना भी वसूला गया है.