स्पोर्ट्स डेस्क
चार बार की चैंपियन चेन्नई सुपर किंग्स का जो हश्र पिछले 12 सीजन में नहीं हुआ, वह आईपीएल 2022 में हो गया है. खिताब की रक्षा कर रही CSK ने लगातार तीन हार के साथ किसी भी आईपीएल सीजन में अपनी सबसे खराब शुरुआत की है.

कोलकाता नाइट राइडर्स और लखनऊ सुपर जायंट्स के बाद पंजाब किंग्स ने भी चेन्नई को चारों खाने चित कर दिया. लियम लिविंगस्टन के जबरदस्त ऑलराउंड प्रदर्शन के दम पर मयंक अग्रवाल की कप्तानी वाली पंजाब किंग्स ने ब्रेबॉर्न स्टेडियम में CSK को 54 रनों से हरा दिया. इसके साथ ही पंजाब ने तीन मैचों में अपनी दूसरी जीत दर्ज की.

पिछले मैच की चुलना में इस मैच में चेन्नई सुपर किंग्स की गेंदबाजी में थोड़ा सुधार दिखा, लेकिन बैटिंग और फील्डिंग में स्टार खिलाड़ियों ने बुरी तरह निराश किया. वहीं पंजाब की ओर से लिविंगस्टन इन तीनों मोर्चों में चेन्नई की तुलना में अव्वल साबित हुए. बैटिंग से तूफानी पारी खेलने के बाद, लिविंगस्टन ने अपनी लेग स्पिन से लगातार 2 विकेट झटके और एक हैरतअंगेज कैच भी लपका.

चेन्नई सुपर किंग्स की इस मैच में शुरुआत ही खराब हुई थी. सिर्फ 36 के स्कोर पर आधी टीम वापस लौट चुकी थी, जिसके बाद वापसी करना मुश्किल हो गया.

पंजाब किंग्स के विकेटकीपर-बल्लेबाज जितेश शर्मा ने पहले बल्लेबाजी में धमाल मचाया. लेकिन विकेटकीपिंग करते वक्त उनका एक फैसला टीम की जीत पक्की कर गया. जब चेन्नई सुपर किंग्स के अधिकतर विकेट गिर चुके थे और महेंद्र सिंह धोनी क्रीज़ पर खड़े थे.

तब 17.1 ओवर में राहुल चाहर की बॉल पर महेंद्र सिंह धोनी ने शॉट खेलने की कोशिश की, लेकिन बॉल सीधा जितेश शर्मा के हाथ में गई. जितेश शर्मा ने कैच पकड़ा, लेकिन अंपायर ने उसे नॉटआउट दिया. इसके बाद जितेश ने तुरंत रिव्यू लेने का इशारा किया और कप्तान मयंक अग्रवाल ने ऐसा ही किया.

महेंद्र सिंह धोनी भी कन्फ्यूज़ दिख रहे थे, लेकिन जैसे ही थर्ड अंपायर ने रिप्ले देखा तो साफ हो गया कि एमएस धोनी के बल्ले से बॉल लगी थी. ऐसे में उन्हें आउट करार दिया गया और चेन्नई सुपर किंग्स की सारी उम्मीदें धराशायी हो गईं.