टीम इंस्टेंटखबर
स्वास्थ्य मंत्रालय ने भारत में रहने वाले विदेशी नागरिकों को कोरोना वैक्सीन लेने के लिए कोविन पोर्टल पर पंजीकरण कराने की अनुमति देने का निर्णय लिया है. इस पोर्टल पर पंजीकृत होने के बाद, उन्हें टीकाकरण के लिए एक स्लॉट मिलेगा. पंजीकरण के लिए वह अपने पासपोर्ट का उपयोग आईडी के रूप में कर सकते हैं.

माना जा रहा है कि कोरोना की तीसरी लहर ज्यादा खतरनाक होगी. ऐसे में भारत सरकार की कोशिश है कि इससे पहले सभी को टीका लगा दिया जाए, ताकि आने वाले दिनों में लोगों को ज्यादा परेशानी न हो.

देश में अब तक कोविशील्ड, कोवैक्सीन, स्पुतनिक-वी, माडर्ना और जानसन एंड जानसन की वैक्सीन को मंजूरी मिल चुकी है. जानसन एंड जानसन की वैक्सीन सिंगल डोज की है. वहीं कैडिला हेल्थकेयर के प्रबंधन निदेशक डा. सर्विल पटेल का कहना है कि मानव पर इस्तेमाल के लिए जायकोव-डी पहली प्लासमिड डीएनए आधारित वैक्सीन है. कोरोना के खिलाफ सुरक्षा और प्रभाव के मामले में इसे कारगर पाया गया है.