नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के आगरा दक्षिणी बाईपास पर महुअर के पास मंगलवार देर रात गुड़गांव से पन्ना (छतरपुर) जा रही स्लीपर कोच बस को कुछ युवकों ने कथिततौर पर अगवा कर लिया। आगरा के एसएसपी बबलू कुमार ने बुधवार को बताया कि घटना देर रात की है। उन्होंने बताया कि अभी तक की छानबीन में पता चला है कि रात दो बजे बस इटावा से आगे निकल गई थी।

फाइनेंस कंपनी की करतूत
उत्तर प्रदेश सरकार ने भी बाद में बयान जारी कर कहा कि फाइनेंस कंपनी ने गैरकानूनी तरीके से बस को कब्ज़ाया। बयान के मुताबिक, “आगरा में बस के साथ हुई घटना में फाइनेंस कंपनी ने गैरकानूनी तरीके से उसे कब्ज़ाया, ड्राइवर, स्टाफ और यात्री सुरक्षित हैं।

फाइनेंसकर्मी बनकर आये थे हाईजैकर
एसएसपी ने घटना के बारे में कहा कि मध्य प्रदेश के डबरा के रहने वाले रमेश स्लीपर बस संख्या यूपी 75 एम-3516 में 34 यात्रियों को लेकर मंगलवार शाम को गुरुग्राम से मध्य प्रदेश के पन्ना में अमानगंज के लिए रवाना हुए थे। उन्होंने बताया कि रात 10.30 बजे बस आगरा के दक्षिणी बाइपास के रायभा टोल प्लाजा के पास पहुंची थी कि तभी वहां बोलेरो व जाइलो में सवार आठ- नौ युवकों ने खुद को फाइनेंसकर्मी बताकर इसे रोक लिया। एसएसपी ने बताया कि युवकों ने चालक से बस से नीचे उतरने को कहा लेकिन वह नहीं उतरा और बस लेकर आगे चल दिया।

ओवरटेक का रुकवाई बस
अधिकारी ने बताया कि गाड़ी सवारों ने बस का पीछा किया और मलपुरा क्षेत्र में न्यू दक्षिणी बाईपास पर ही उन्होंने बस को ओवरटेक कर उसे रोक लिया। उन्होंने बताया कि युवकों ने चालक और परिचालक को जबरन बस से नीचे खींच लिया।

ड्राइवर को दिल्ली-कानपुर हाईवे पर
युवकों ने सवारियों से कहा कि वे शांत रहें और किसी को कोई खतरा नहीं है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि चार युवक बस में बैठ गए। एक ने स्टेयरिंग संभाल ली और वे बस ले कर चले गए। उन्होंने बताया कि कुछ युवकों ने चालक-परिचालक को अपनी गाड़ी में बैठा लिया और उन्हें दिल्ली-कानपुर हाईवे पर कुबेरपुर के पास छोड़ दिया।

भोर में हुई घटना
उन्होंने बताया कि उस समय सुबह के चार बजे थे। चालक और परिचालक ने मलपुरा थाने पहुंचकर घटना की जानकारी पुलिस को दी। जानकारी मिलते ही एसएसपी मौके पर पहुंच गए। एसएसपी ने बताया कि प्रथम दृष्टया मामला फाइनेंस का ही लग रहा है मगर अंदाज दुस्साहसिक है। उन्होंने कहा कि मामला दर्ज किया जा रहा है। बस और सवारियों का पता लगाया जा रहा है।