केपटाउन टेस्ट मैच में पहले दिन का खेल खत्म होने तक साउथ अफ्रीका ने दूसरी पारी में 3 विकेट गंवाकर 62 रन बना लिए हैं. मगर अब भी भारतीय टीम पहली पारी में 36 रनों से आगे है. अफ्रीकी टीम के लिए एडेन मार्करम (36) और डेविड बेडिंघम (7) नाबाद हैं. वो अब दूसरे दिन खेल शुरू करने के लिए मैदान में उतरेंगे.

मैच के पहले दिन कुल 23 विकेट गिरे. पहली पारी में अफ्रीका के खिलाफ तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने मैच में 9 ओवरों में 15 रन देकर 6 विकेट झटके. जबकि जसप्रीत बुमराह और मुकेश कुमार ने 2-2 विकेट हासिल किए.

केपटाउन में भारतीय टीम अब तक कभी भी कोई टेस्ट मैच नहीं जीत सकी है. कुल खेले गए 6 में से 4 टेस्ट यहां टीम इंडिया हारी है, वहीं दो अन्य टेस्ट ड्रॉ रहे हैं. ऐसे में साल 2024 में पहला टेस्ट खेलने उतर रही टीम इंडिया के पास ये रिकॉर्ड बदलने का मौका होगा.

इससे पहले बिना कोई रन जोड़े अधिकतम 5 विकेट गिरे थे. इतिहास में बिना रन के पांच विकेट गिरने के केवल 4 उदाहरण हैं। इससे पहले 6 विकेट गिरने के दौरान सबसे कम रन का अंतर 1 था. 1965 में पाकिस्तान के ख़िलाफ़ रावलपिंडी टेस्ट में न्यूज़ीलैंड ने एक रन के एवज़ में 6 विकेट खो दिए थे. टीम इंडिया एक समय काफी कंट्रोलिंग पोजीशन में थी उसका पांचवां विकेट के एल राहुल के रूप में 153 रनों पर गिरा था और लग रहा था कि टीम इंडिया आसानी से 250 तक पहुँच जाएगी लेकिन शेष बल्लेबाज़ों ने साऊथ अफ़्रीकी गेंदबाज़ों के आगे ऐसा सरेंडर किया कि पूरी टीम 153 के स्कोर पर ही आउट हो गयी. बाद के पांच बल्लेबाज़ों ने स्कोर में एक भी रन नहीं जोड़ा। टीम इंडिया की तरफ 6 बल्लेबाज़ खाता न खोल सके, खाता तो मुकेश कुमार भी नहीं खोल सके, वो शून्य पर नाबाद वापस गए क्योंकि उन्हें कोई गेंद खेलने को नहीं मिली।

ऐसा नहीं था कि ये सारे विकेट पुछल्ले थे, इसमें विराट कोहली और रविंद्र जडेजा का भी विकेट शामिल था. अंतिम पांच विकेट गिरे वो भी बिना कोई रन जोड़े वाकई बड़ी शर्मनाक बात है। ये ठीक है कि मैच में भारत की पोजीशन मज़बूत दिख रही है. साउथ अफ्रीका की दूसरी पारी में तीन विकेट गिर चुके हैं और अभी 36 रनों की लीड बाकी है. आज की तरह अगर कल भी पिच ने ऐसा ही व्यवहार किया तो हो सकता है कि मैच पहले ही सेशन में ख़त्म हो जाय और भारत पारी की हार का बदला भी ले ले.