नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर का कहर जारी है. इस बीच देश में Mucormycosis यानी ब्लैक फंगस बीमारी एक नई चिंता के तौर पर उभर रही है. राजस्थान में ब्लैक फंगस को महामारी घोषित कर दिया गया है. वर्तमान में, राज्य में करीब 100 ब्लैक फंगस के मरीज हैं.

दिल्ली में भी इसके सौ से ज़्यादा मामले सामने आ चुके हैं. एम्स में 75-80 ब्लैक फंगस के मामले सामने आए हैं. मैक्स में इस बीमारी के 50 केस और 10 केस इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल में आ चुके हैं.

वहीं, मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य में कोविड-19 मरीजों के मामलों में ब्लैक फंगस के केस की संख्या में बढ़ोतरी को देखते हुए nasal endoscopy कैंपेन लॉन्च करने का एलान किया है.

दिल्ली हाईकोर्ट ने भी बुधवार को केंद्र और दिल्ली सरकार से ब्लैक फंगस का इलाज करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली दवाई की कमी पर सूचना देने को कहा है, जो कोविड-19 से रिकवर हो रहे लोगों को हो रही है. हाई कोर्ट ने कहा कि सरकार को यह समझाना होगा कि परेशानी क्या है और दवाई कैसे अचानक कम सप्लाई में जा सकती है, जब यह स्थानीय तौर पर मैन्युफैक्चर होती है. जस्टिस विपिन संघी और जसमीत सिंह की बेंच ने कहा कि कल आप हमको अपने स्टॉक के बारे में बताइए.