लखनऊ:
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार में विकास के सभी काम ठप्प हैं। जनहित की योजनाओं पर या तो ताला लगा है अथवा उनमें जानबूझकर देरी की जा रही है। भाजपा के संकल्प पत्र के तमाम वादे अब लुगदी में तब्दील हो गए हैं। भाजपा सरकार अपनी नाकामियां छुपाने के लिए नित नए-नए मुद्दे उछाल रही है। भाजपा के सभी वादे जुमला निकले। प्रदेश की जनता अब भाजपा के बहकावे में आने वाली नहीं है। वह भाजपा के हर वादे की जवाबदेही तय करेगी।

कालीन की विश्व प्रसिद्ध नगरी ज्ञानपुर में जलजीवन मिशन योजना सुस्त पड़ी हुई है। अगस्त 2019 में इस मिशन की शुरूआत हुई थी। सरकारी आंकड़ों के अनुसार 989 राजस्व गांवों में अब तक एक भी गांव में पानी की आपूर्ति नहीं हो सकी है। नई टंकियों का निर्माण अधूरा है। सड़कों के गड्ढे भरे जाने की तारीख पर तारीख घोषित होती रही। लेकिन वास्तविकता में कोई बदलाव नहीं आया है। तमाम सड़कें ऊबड़खाबड़ पड़ी है। जिन पर लोगों को चलना मुश्किल है। आए दिन दुर्घटनाओं में लोगों की जानें जा रही है।

भदोही में डेडलाइन पूरी हो जाने के बाद भी जलजीवन मिशन के तहत पेयजल टंकी का काम अधूरा है। अप्रैल में 40 गांवों तक पानी पहुंचाने का दावा खोखला साबित हो रहा है।

शुरुआत में ही भीषण गर्मी से प्रदेशवासियों का बुरा हाल है। पेयजल के साथ बिजली संकट से हाहाकार है। बिजली कटौती से किसानों की मक्का की फसल प्रभावित हो रही है। बिजली की समस्या से किसान परेशान है। सिंचाई नलकूपों में बिजली मुश्किल से 4-5 घंटे मिल रही है। समाजवादी सरकार में बिजली उत्पादन ओर वितवरण की जो व्यवस्था बनी थी, वह भाजपा सरकार में बर्बाद हो गई। बिजली उत्पादन में बाधाएं हैं, वितरण व्यवस्था चरमरा गई है। बिजली की कटौती, ट्रिपिंग, लोवोल्टेज से जनता परेशान है।

सच तो यह है कि भाजपा राज में सिर्फ भ्रष्टाचार को प्रश्रय मिलता है। तमाम योजनाओं को आधा-अधूरा छोड़ दिया गया है। ताकि बजट की धनराशि खुर्दबुर्द की जा सके। मुख्यमंत्री जी और उनके सहयोगी मंत्री सिर्फ बहकाने वाली भाजपा बोलते हैं। जनता अब भाजपा की नस-नस से वाकिफ हो चली है। वह नगर निगम और नगर पंचायतों के चुनाव में भाजपा को सबक सिखाने के लिए तैयार है।