टीम इंस्टेंटखबर
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने शनिवार को भाजपा पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि उसने कश्मीरी पंडितों का इस्तेमाल केवल वोट बैंक के लिए किया। फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि भाजपा ने असल में कश्मीरी पंडितों के लिए कुछ नहीं किया।

फारूक अब्दुल्ला का यह बयान जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ की ओर से कश्मीरी पंडितों पर तीन प्रस्ताव के पास किए जाने के बाद आया है। फारूक अब्दुल्ला नेशनल कॉन्फ्रेंस के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के चेयरमैन भी हैं।

नेशनल कॉन्फ्रेंस के इन प्रस्ताव में कश्मीरी पंडितों के लिए राजनीतिक आरक्षण, कश्मीरी हिंदू मंदिर संरक्षण विधेयक पारित करने और कश्मीरी पंडितों की वापसी और पुनर्वास के लिए एक व्यापक पैकेज की मांग की गई है।

फारूक अब्दुल्ला ने कश्मीरी पंडित समुदाय से 1990 के दशक में पलायन के समय उनकी रक्षा कर पाने में असमर्थ रहने के लिए माफी भी मांगी। उन्होंने कहा, ‘नेशनल कॉन्फ्रेंस के शासन के दौरान हमने पंडित समुदाय की घाटी में वापसी सुनिश्चित करने की पूरी कोशिश की, लेकिन कुछ तत्वों ने पंडितों के नरसंहार को अंजाम देकर पूरी प्रक्रिया को बाधित कर दिया।’

उन्होंने कहा, ‘कुछ ताकतों ने कश्मीरी पंडितों और मुस्लिम समुदाय को बांटने की कोशिश की है। यह मुसलमान नहीं बल्कि आत्मकेंद्रित लोग थे जिन्होंने पंडितों को कश्मीर छोड़ने के लिए मजबूर किया। उन्हें लगा कि पंडितों को घाटी से खदेड़कर कश्मीर मिल जाएगा। लेकिन मैं विश्वास दिलाता हूं कि वे अपने नापाक मंसूबों को कभी हासिल नहीं कर सकेंगे। मैं जम्मू के लोगों को कश्मीरी पंडितों को शरण देने के लिए बधाई देता हूं।’