लखनऊ
बनारस में राहुल गाँधी के जाने के बाद उस जगह को अशुद्ध बताते हुए उसे गंगा जल से धोकर भाजपा और आरएसएस ने एक बार फिर अपनी मनुवादी मानसिकता का परिचय दिया है। लोकसभा चुनाव में जनता भाजपा के इस मनुवादी सोच को भी गंगा जी में विसर्जित कर देगी। ये बातें अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज़ आलम ने साप्ताहिक स्पीक अप कार्यक्रम की 133 वीं कड़ी में कहीं।

शाहनवाज़ आलम ने कहा कि इस घटना ने महान दलित नेता जगजीवन राम जी के साथ बनारस में ही घटी उस घटना की याद दिला दी है जब 1978 में उप प्रधानमंत्री रहते हुए उन्होंने बनारस में एक मूर्ति का अनावरण किया था। उसके दूसरे दिन आरएसएस के लोगों ने उस जगह को अशुद्ध बताकर गंगाजल से धोया था। इन दोनों घटनाओं ने साबित कर दिया है कि 50 साल बाद भी आरएसएस के लोग सुधरे नहीं हैं।

शाहनवाज़ आलम ने कहा कि भाजपा राहुल गाँधी को कभी असम में मंदिर में जाने से रोक देती है तो कभी उस जगह को गंगाजल से धोती है क्योंकि राहुल गाँधी जातिगत जनगणना और पिछड़ों- दलितों के अधिकारों और हिस्सेदारी की बात करते हैं। भाजपा संविधान के बजाए जिस मनुवादी विचार को थोपना चाहती है उसमें राहुल गाँधी सबसे बड़ी बाधा हैं।

शाहनवाज़ आलम ने कहा कि राहुल गाँधी दलितों, पिछड़ों, अति पिछड़ों, अल्पसंख्यकों और आदिवासियों की सबसे मजबूत आवाज़ हैं। ये सभी तबके मिलकर लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने का काम करेंगे।