पटनाः महागठबंधन से अलग होकर एनडीए में जाने की जुगत लगा रहे रालोसपा प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा को जब कही सहारा नहीं मिला तो बेसहारा कुशवाहा को मायावती का सहारा मिल गया है.

कुशवाहा को मायावती का सहारा
तेजस्वी यादव के नेतृत्व का विरोध कर महागठबंधन से खुद को अलग कर चुके उपेंद्र कुशवाहा को अब विधानसभा चुनाव में मायावती का सहारा मिला है. रालोसपा प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा ने आज इसका ऐलान कर दिया है. उन्होंने नया मोर्चा बना लिया है.

नए मोर्चे में तीन दल
कुशवाहा ने जो नया मोर्चा बनाया है उसमें तीन दल शामिल हैं. उपेन्द्र कुशवाहा ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इस बात का ऐलान किया. इस दौरान बसपा के राष्ट्रीय संयोजक रामजी राम गौतम और भरत प्रसाद बिंद भी मौजदू रहे. बीएसपी के साथ गठबंधन के अलावा इस मोर्चे में जनवादी सोशलिस्ट पार्टी भी शामिल हैं.

बिहार के बदलाव के लिए करेंगे काम
कुशवाहा ने कहा कि विधानसभा चुनाव में भाजपा और राजद दोनों मिलकर काम कर रहे हैं. दोनों के अंदर ही अंदर गठबंधन हुआ है. राजद के रवैया से चर्चा जोरों पर है. उन्होंने कहा कि वह बीएसपी के साथ उनका गठबंधन हो गया है. अब इस नए गठबंधन के साथ बिहार विधानसभा चुनाव के मैदान में होंगे. वह बिहार के बदलाव के लिए काम करेंगे.

अबकी बार शिक्षा वाली सरकार का नारा
कुशवाहा ने अबकी बार शिक्षा वाली सरकार का नारा दिया है. उपेन्द्र कुशवाहा ने इस दौरान तेजस्वी और नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला. कुशवाहा ने कहा कि 15 साल पहले और आज के 15 साल वाले दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू हैं. उन्होंने इशारों इशारों में तेजस्वी पर हमला करते हुए कहा है कि महागठबंधन में भी भाजपा का दखल है.