टीम इंस्टेंटखबर
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यूक्रेन के आक्रमण के प्रतिशोध में मास्को पर दबाव अभियान तेज करते हुए रूसी तेल और अन्य ऊर्जा आयात पर अमेरिकी प्रतिबंध की घोषणा की है।

बाइडेन ने कहा, “यह एक कदम है जिसे हम पुतिन को और दर्द देने के लिए उठा रहे हैं।” अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि वह समझते हैं कि कई सहयोगी रूसी तेल पर निर्भरता के कारण एक समान कदम नहीं उठा पाएंगे। “हम इतिहास में प्रतिबंधों के सबसे महत्वपूर्ण पैकेज को लागू कर रहे हैं,” उन्होंने कहा।

जानकारों का कहना है कि ऐसा होने पर युद्ध और उसकी वजह से लगे प्रतिबंधों के चलते अर्थव्यवस्था में पहले ही अस्थिरता का सामना कर रहे रूस को बड़ा झटका लग सकता है।

बता दें कि वैश्विक स्तर पर इस सप्ताह कच्चे तेल की कीमतों में रूस-यूक्रेन युद्ध के अलावा एक और वजह से भी बड़ा उछाल देखा जा सकता है।

दरअसल, यूक्रेन पर हमले के चलते पश्चिमी देशों की तरफ से लगाए गए प्रतिबंधों की वजह से रूस की तरफ से आने वाले कच्चे ईंधन की आपूर्ति रुकी हुई है। ऐसे में ईरान कच्चे तेल का बड़ा आपूर्तिकर्ता साबित हो सकता है। लेकिन ईरानी परमाणु वार्ता के समापन में हो लगातार हो रही देरी की वजह से ईंधन की कीमतों में बड़ी वृद्धि तय मानी जा रही है।