लखनऊ।
अखिल भारत हिन्दू महासभा, उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष ऋषि त्रिवेदी ने संघ प्रमुख मोहन भागवत के बयान को लेकर कड़ी निन्दा करते हुये उसे हिन्दू समाज को बांटने वाला बयान बताया है। त्रिवेदी ने भागवत को ऐसे बयानों से बचने की सलाह देते हुये कहा है कि देश की एकता और अखंडता के लिए हमें ऐसे विचार देने चाहिए जिसमें समाज के लिए आगे सुधार के रास्ते बन सके।

हिन्दू महासभा के प्रदेश अध्यक्ष त्रिवेदी ने मोहन भागवत ने ब्राह्मणों को लेकर जिस प्रकार बयान दिया है, वह बेहद न सिर्फ निन्दनीय है बल्कि हिन्दू समाज को तोड़ने वाला है। इसलिये अखिल भारत हिंदू महासभा इसकी घोर निन्दा करती है। हिन्दुत्व को लेकर संघ परिवार का सम्मान करती है, लेकिन हाल में मोहन भागवत के दिये बयानों ने कहीं न कहीं हिन्दू समाज को न सिर्फ कमजोर करने का काम किया है बल्कि खुद को विवादों की श्रेणी में ला खड़ा किया है।

ऋषि त्रिवेदी ने कहा है कि जात पात की करो विदाई हिन्दू हिन्दू भाई भाई नारे के साथ हिन्दू महासभा देश में भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने के लिये हस्ताक्षर अभियान छेड़ा हुआ है, ऐसे में संघ प्रमुख का यह बयान हिन्दू समाज को कमजोर करने के साथ हिन्दू राष्ट्र की लड़ाई को कमजोर करेगा। भागवत के बयान से नाराज हिन्दू महासभा उत्तर प्रदेष के अध्यक्ष ऋशि त्रिवेदी ने कहा कि पुरातन काल से ही हमारी सामाजिक व्यवस्था वर्ण व्यवस्था से चलती थी ना की जाति व्यवस्था से।

बता दें कि संघ प्रमुख ने मुंबई में एक कार्यक्रम में कहा था कि जातियां भगवान् ने नहीं पंडितों ने बनाई हैं जो गलत है. उन्होंने कहा था भगवान् के यहाँ न कोई वर्ण है और न कोई जाति, वहां सब समान हैं.