नई दिल्ली: देश की अर्थव्यवस्था में उम्मीद से अच्छी रिकवरी देखने को मिली है. भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने यह दावा किया है. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के शुरुआती प्रकोप से प्रभावित होने के बाद देश की अर्थव्यवस्था मजबूती से रिकव हो रही है. लेकिन इकोनॉमी की तेज रिकवरी को जारी रखने के लिए फेस्टिवल सीजन खत्म होने के बाद प्रोडक्ट्स और सर्विसेज की डिमांड बनाए रखने की जरूरत है. उन्होंने भारतीय विदेशी मुद्रा विनियम कारोबारी संघ (एफईडीएआई) के सालाना समारोह में ये बातें कहीं.

उन्होंने कहा कि दुनिया भर में और भारत में भी ग्रोथ रेट घटने के जोखिम बने हुए हैं. बता दें कि मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था में 23.9 फीसदी की गिरावट आई थी. हालांकि, लॉकडाउन के दौरान लागू प्रतिबंधों को हटाने के बाद अर्थव्यवस्था में गिरावट की भरपाई हुई है, खासकर त्योहारी सीजन के दौरान. आरबीआई का अनुमान है कि वित्त वर्ष 2020-21 में अर्थव्यवस्था 9.5 फीसदी तक गिरावट रहेगी.

शक्तिकांत दास ने कहा कि पहली तिमाही में अर्थव्यवस्था में 23.9 फीसदी की तेज गिरावट और दूसरी तिमाही में गतिविधियों के काफी तेजी से सामान्य होने के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था में उम्मीद से बेहतर गति से रिकवरी आई. उन्होंने कहा कि ग्रोथ आउटलुक भी पहले से बेहतर हुए हैं. लेकिन हाल में यूरोप में और भारत के कुछ हिस्सों में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ने के चलते ग्रोथ में गिरावट के जोखिम भी बने हुए हैं. उन्होंने कहा कि हमें त्योहारी सीजन के बाद मांग की स्थिरता और वैक्सीन को लेकर बाजार की उम्मीदों पर नजर बनाए रखने की जरूरत है.