दिल्ली:
पंजाब के बठिंडा मिलिट्री स्टेशन में ताबड़तोड़ फायरिंग में चार जवानों की जान जाने के मामले का खुलासा हो गया है, पुलिस ने सेना के ही एक जवान को हिरासत में लिया है. आर्टिलरी यूनिट के गनर देसाई मोहन ने पुलिस के सामने इंसास राइफल चोरी करने और अपने 4 साथी सैनिकों की हत्या करने का गुनाह कबूल किया है. शुरुआती जांच से संकेत मिलता है कि यह व्यक्तिगतव द्वेष के कारण घटना घटी है. आरोपी का कथित रूप से यौन उत्पीड़न किया गया था और उनके द्वारा अप्राकृतिक यौनाचार किया गया था, इसलिए बदला लेने के लिए उसने उन्हें मार डाला.

सेना ने बताया है आरोपी के कबूलनामे के अनुसार, 9 अप्रैल 2023 की सुबह उसने भरी हुई मैगजीन के साथ राइफल को चुरा लिया. फिर उसे छिपा दिया. 12 अप्रैल को लगभग सुबह साढ़े 4 बजे उसने राइफल को छिपाने की जगह से निकाला और पहली मंजिल पर ले गया , जहां सोते समय सभी चार जवानों को मार डाला. गनर देसाई मोहन उस रात संतरी की ड्यूटी पर था. उसने बताया अपराध करने के बाद आरोपी ने छावनी के अंदर एक सीवर के गड्ढे में राइफल और सात गोलियां फेंकी थीं. गनर देसाई मोहन ने राइफल, मैगजीन और एलएमजी की आठ गोलियां चुराई थीं और अपराध में इस्तेमाल किया था.

सेना का कहना है कि 12 अप्रैल को प्रारंभिक प्राथमिकी दर्ज करते समय आरोपी की ओर से दिया गया बयान जांच एजेंसियों का ध्यान हटाने का प्रयास था, जिसमें उसने कहा था कि इंसास राइफल और कुल्हाड़ी के साथ सादे पोशाक में दो लोग अंदर घुसे थे. आरोपी इस समये पुलिस की हिरासत में है और आगे के विवरण का पता लगाया जा रहा है. साथ ही साथ यह भी साफ किया जाता है कि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में आतंकवादी हमले के एंगल की आशंका जताई गई थी, जोकि पूरी तरह से गलत है.