मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी में नवनिर्मित पैक हाउस से सुगंधित बनारसी लंगड़ा आम और अन्य खराब होने वाली वस्तुओं के निर्यात का शुभारंभ किया तब भारत की पहली अंतरराष्ट्रीय बजट एयरलाइन, एयर इंडिया एक्सप्रेस (एआईएक्सएल) भी प्रसन्नता हो रही थीै। शारजाह-वाराणसी मार्ग पर एयरलाइन की दैनिक सीधी उड़ान अन्य किसान उपज के साथ-साथ अब लंगड़ा आम को संयुक्त अरब अमीरात तक पहुंचाएगी, जिससे वाराणसी हवाई अड्डे के आस-पास के क्षेत्र के किसानों को संयुक्त अरब अमीरात में अवसरों से जोड़ा जा सकेगा। गौरतलब है कि एयर इंडिया एक्सप्रेस ने 2015 में वाराणसी हवाई अड्डे से पहली अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवाओं का उद्घाटन किया था। अंडे के आकार, आनंदायक खुश्बू और बाहर से हरा दिखने वाले, लंगड़ा आम को काटने पर इसके भीतर चमकता पीला गुद्दा दिखाई देता है। ये आम अपनी कम फाइबर सामग्री, अत्यधिक रस, प्राकृतिक मिठास और नरमी के लिए जाने जाते हैं। वाराणसी में नवनिर्मित पैक हाउस से सीधे लंगड़ा आम का निर्यात, जो लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से 10 किमी दूर स्थित है, स्थानीय व्यंजनों को अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेश करने की उत्तर प्रदेश सरकार की पहल को दर्शाता है। यह प्रयास टियर टू और टियर थ्री भारतीय शहरों के लोगों को मध्य पूर्व और दक्षिण पूर्व एशिया जैसे क्षेत्रीय अंतरराष्ट्रीय बाजारों में अवसरों से जोड़ने के एयर इंडिया एक्सप्रेस के मिशन के साथ पूरी तरह से मेल खाता है। वाराणसी हवाई अड्डे से अंतरराष्ट्रीय सेवाओं की शुरुआत के बाद से, एयर इंडिया एक्सप्रेस किसानों की उपज को संयुक्त अरब अमीरात तक पहुंचाने के लिए समर्पित प्रयास कर रहा है। वर्तमान में, एयरलाइन अपनी दैनिक सीधी शारजाह उड़ानों पर हर दिन उत्तर प्रदेश से लगभग तीन टन फलों और सब्जियों का परिवहन करती है। लंगड़ा आम इस निरंतर बढ़ते चयन में नया जुड़ाव है। कोविड महामारी के दौरान भी, एयर इंडिया एक्सप्रेस ने भारतीय किसानों से फलों और सब्जियों के परिवहन के लिए नियामकों से विशेष अनुमति प्राप्त की। इसे वंदे भारत मिशन की उड़ानों के कार्गो होल्ड के अलावा यात्री केबिन के अंदर ले जाकर पूरा किया गया, क्योंकि इन उड़ानों को केवल आंतरिक क्षेत्रों में यात्रियों को ले जाने की अनुमति थी।