भारत ने ऑस्ट्रेलिया में अपना सबसे बड़ा 328 रन का टारगेट पूरा कर ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। चौथा टेस्ट जीतकर 2-1 से इस सीरीज को अपने नाम कर लिया है। ब्रिस्बेन टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को 7 विकेट से हराकर टीम इंडिया ने इतिहास रच दिया है। इस सीरीज की खास बात रही कि मेजबानी टीम ऑस्ट्रेलिया करीब 33 साल बाद ब्रिस्बेन में कोई टेस्ट हारी है। इस टेस्ट सीरीज के हीरो मोहम्मद सिराज, ऋषभ पंत, शुभमन गिल, शार्दुल ठाकुर, रविंद्र जडेजा, अश्विन रहें। सिराज को इस दौरान नस्लीय दुर्व्यवहार का भी सामना करना पड़ा है। जिसको लेकर आईसीसी ने ऑस्ट्रेलिया से जवाब तलब किए थे। ऑस्ट्रेलिया ने इस बाबत माफी भी मांगी थी।

10 जनवरी को तीसरे टेस्ट के दौरान सिराज को ‘ब्राउन डॉग’और ‘बिग मंकी’ कहा गया था जो दोनों नस्लीय टिप्पणी हैं। मैदानी अंपायरों को तुरंत इस मामले की जानकारी दी गई थी। वे बुमराह को भी लगातार अपशब्द कह रहे थे।“

मोहम्मद सिराज
सिराज ने ब्रिस्बेन टेस्ट की पहली पारी में 28 ओवर में 77 रन देकर एक विकेट लिया था। जबकि, दूसरी पारी में उन्होंने 19.5 ओवर में 73 रन देकर एक विकेट चटकाए थे। सिराज को नस्लीय दुर्व्यवहार का सामना करने के साथ-साथ अपने पिता के निधन से बड़ा धक्का लगा। लेकिन, उन्होंने सीरीज की वजह से देश वापस नहीं लौटे। बीसीसीआई ने सिराज को घर लौटने की छूट दी। लेकिन, वे अपने पिता की अंतिम यात्रा में भी शामिल नहीं सके। दूसरी पारी में भारत की तरफ से ऋषभ पंत, चेतेश्वर पुजारा, शुबमन गिल ने शानदार पारी खेली। पंत ने 138 गेंद में नाबाद 89 रन बनाए।

शार्दुल ठाकुर
ठाकुर ने भी ब्रिस्बेन टेस्ट में शानदार प्रदर्शन किया। ठाकुर ने पहली पारी में 24 ओवर में 94 रन देकर 3 विकेट झटके। वहीं, उन्होने पहली पारी में आठवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 115 गेंदों में 9 चौकों और 2 छक्कों के साथ 67 रन की शानदार पारी खेली। दूसरी पारी में भी शार्दुल ठाकुर ने बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए 19 ओवर में 61 रन देकर 4 विकेट लिए।

शुभमन गिल
गाबा टेस्ट के पांचवे दिन भारत को जीत के लिए 324 रनों की जरूरत थी। रोहित शर्मा महज 7 रन बनाकर आउट हो गए। जिसके बाद गिल ने चेतेश्वर पुजारा के साथ मिलकर पारी को संभाला और 146 गेंदों में 2 छक्कों और 8 चौकों के साथ 91 रनों की शानदार पारी खेली।