तौक़ीर सिद्दीकी
पाकिस्तान क्रिकेट के लिए 4 मार्च का दिन बड़ा महत्वपूर्ण है, वह इसलिए कि 24 साल के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम पाकिस्तान के दौरे पर आयी है और शुक्रवार से रावलपिंडी में तीन टेस्ट मैचों की श्रंखला का पहला टेस्ट खेलने जा रही है. इस दौरे पर ऑस्ट्रेलियाई टीम 3 टेस्ट मैचों के अलावा 3 वनडे और एक टी-20 मैच खेलेगी. आखिरी बार ऑस्ट्रेलिया ने 1998 में पाकिस्तान का दौरा किया था और उस दौरे पर ऑस्ट्रेलिया ने टेस्ट सीरीज में 1-0 से जीत हासिल की थी. अब 24 साल के बाद ऑस्ट्रेलिया फिर से पाकिस्तान की जमीन पर है.

ऑस्ट्रेलियाई टीम का पाकिस्तान के दौरे पर जाना इसलिए ज़्यादा महत्वपूर्ण है कि 3 मार्च 2009 को पाकिस्तान में श्रीलंका की टीम पर हुए आतंकी हमले के बाद से सभी विदेशी टीमों ने पाकिस्तान का दौरा करने से मना कर दिया था. इसके बाद लगभग दस साल बीत गये, पाकिस्तान को विदेशी टीमों से अपनी घरेलू श्रंखलाएं UAE में खेलनी पड़ीं। फिर दस वर्षों बाद पाकिस्तान में इंटरनेशनल क्रिकेट की वापसी हुई और ज़िम्बाब्वे, श्रीलंका, बांग्लादेश, वेस्टइंडीज और दक्षिण अफ्रीका ने पाकिस्तान में क्रिकेट खेलकर पाकिस्तान के लिए एक तरह से उपकार किया। हालाँकि इंग्लैंड, न्यूज़ीलैण्ड और ऑस्ट्रेलिया ने अबतक पाक्सितान से दूरी बनाये रखी. इस बीच न्यूज़ीलैण्ड की दूसरे दर्जे की टीम पाकिस्तान जाकर भी मैच से ठीक पहले दौरा रद्द कर लौट गयी, इंग्लैंड को पाकिस्तान का दौरा करना था, उसने भी दौरा कैंसिल कर दिया। इन सबसे पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को जहाँ आर्थिक तौर पर काफी नुक्सान हुआ वहीँ न्यूज़ीलैण्ड और इंग्लैंड के क्रिकेट बोर्डों को काफी आलोचना का शिकार होना पड़ा. इस मामले में काफी विवाद भी हुआ और इंग्लैंड व न्यूज़ीलैण्ड क्रिकेट बोर्ड को माफ़ी भी मांगनी पड़ी और जल्द ही पाकिस्तान का दौरा करने की बात भी कही गयी यहाँ तक कि आर्थिक नुक्सान की भरपाई के लिए एक्स्ट्रा मैच भी खेलने का वादा किया।

बहरहाल अब जबकि 24 साल बाद ऑस्ट्रेलिया की टीम पाकिस्तान पहुँच चुकी है और दौरा बस शुरू होने वाला है, पाकिस्तान क्रिकेट के लिए बहुत बड़ी राहत की बात है. ख़ास बात यह है कि ऑस्ट्रेलिया के लगभग सभी मुख्य खिलाड़ी पाकिस्तान के दौरे पर गए हैं. इससे पहले दौरा करने वाली श्रीलंका, बांग्लादेश, वेस्टइंडीज और दक्षिण अफ्रीका की टीमों में कई मुख्य खिलाड़ी शामिल नहीं थे, तो आप कह सकते हैं आतंकी हमले के बाद पहली कोई तगड़ी टीम पाकिस्तान के दौरे पर पहुंची है. हालाँकि इस दौरे को भी डिस्टर्ब करने की कोशिश हुई थी, इंस्टाग्राम पर किसी फेक अकॉउंट से ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर एश्टन एगर की गर्ल फ्रेंड को एक धमकी भरा मेसेज भेजा गया था जिसमें एगर को दौरा न करने की चेतावनी दी गयी थी. जांच के बाद यह धमकी फ़र्ज़ी निकली। ऐसा ही कुछ न्यूज़ीलैण्ड दौरे के समय भी हुआ था और तब न्यूज़ीलैण्ड की टीम तमाम आश्वासनों के बावजूद दौरा जारी करने पर राज़ी नहीं हुई थी.

ऑस्ट्रेलिया की टीम ज़बरदस्त सुरक्षा बंदोबस्त के बीच पहले टेस्ट की तैयारी में व्यस्त है और अभी तक इस दौरे को कोई खतरा नहीं लग रहा है.

मैच से पूर्व एक वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस में ऑस्ट्रेलियाई ऑफ स्पिनर नाथन लियोन का कहना है कि पाकिस्तान दौरे पर तीनों टेस्ट कांटेदार होंगे। लियोन ने कहा कि पाकिस्तान में 24 साल बाद क्रिकेट खेलना विश्व क्रिकेट और पाकिस्तानी प्रशंसकों के लिए महत्वपूर्ण है। नाथन लियोन ने टीम कॉम्बिनेशन के सवाल पर कहा कि यह अभी पता नहीं है कि एक स्पिनर के साथ जांय या दो स्पिनरों के साथ. ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर ने कहा कि रावलपिंडी में टेस्ट खेलना निश्चित रूप से ऑस्ट्रेलिया के लिए चुनौतीपूर्ण होगा, टेस्ट की पिच यूएई की तरह दिखती है, उम्मीद है कि स्पिन और रिवर्स स्विंग होगी।

दोनों टीमों बीच खेले गए मैचों की बात करें तो इनके बीच अबतक 66 टेस्ट खेले जा चुके हैं जिसमें ऑस्ट्रेलियाई टीम 33 मैच जीतने में सफल रही है वहीं, 15 मैच पाकिस्तान ने जीते हैं . 18 टेस्ट मैच ड्रा पर खत्म हुए हैं.