लखनऊ ब्यूरो
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता सचिन रावत ने भाजपा की योगी सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि योगी सरकार बेटियों की तरक्की और सुरक्षा को लेकर फर्जी दावे वाले विज्ञापनों पर टैक्स का करोड़ों रूपये फूंक रही है। जबकि हकीकत यह है कि यूपी में महिलाओं के खिलाफ अपराध लगतार बढ़ रहे है। नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो के ताजा आंकड़े इस बात की पुष्टि कर रहे है, लेकिन योगी सरकार संवेदनहीन होकर झूठ बोल रही है।

श्री रावत ने कहा कि एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक, वर्ष 2017 में यूपी में महिलाओं से सम्बंधित अपराध के 56011 मामले दर्ज हुए थे। वर्ष 2018 में यह संख्या 59445 और वर्ष 2019 में 59853 पहुंच गया। यूपी पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक, वर्ष 2020 में छेड़खानी के 2441, वर्ष 2019 में 1857, वर्ष 2018 में 1328, वर्ष 2017 में 993 और वर्ष 2016 में छेड़खानी के 609 मामले दर्ज किए गए थे। आंकड़ों पर गौर करें तो वर्ष 2016 और वर्ष 2020 के बीच छेड़खानी की घटनाओं में 300.82 फीसदी इजाफा हुआ। वहीं वर्ष 2019 और 2020 के बीच छेड़खानी की घटनाओं में 31.45 फीसदी इजाफा हुआ।

श्री रावत ने कहा कि बेटियों के स्कूल पंजीकरण की हीककत यह है कि बेटियां योगी सरकार में स्कूल जाने से परहेज कर रही है। सरकार द्वारा अपराधियों को संरक्षण देने की वजह से पीड़ित बेटियां न्याय न मिलने पर आत्महत्या के लिए विवश है। अपराधी दुराचार के बाद उनकी हत्या करने में नहीं हिचक रहे है। आज नारी के खिलाफ अपराध में यूपी देश मे टॉप पर विराजमान है। जिस तरह से प्रदेश में बेटियों एवं महिलाओं पर अत्याचार हो रहे है ऐसे में भाजपा की योगी सरकार अपराधियां के साथ नजर आ रही है।