स्पोर्ट्स डेस्क
मौजूदा विजेता भारतीय पुरुष हॉकी टीम एशिया कप-2022 में अपना खिताब नहीं बचा पाएगी. इसके लिए उसे सुपर-4 के आखिरी मैच में साउथ कोरिया के साथ मंगलवार को खेले गए मैच में जीत चाहिए थी, लेकिन ये मुकाबला ड्रॉ रहा. भारत और कोरिया दोनों ने दमदार खेल दिखाया और मुकाबला 4-4 से ड्रॉ रहा. कोरिया का गोल अंतर बेहतर था इसलिए उसे एशिया कप-2022 फाइनल में जगह मिली और अब वह फाइनल में मलेशिया से टकराएगी जिसने जापान को 5-0 से हराया. भारतीय टीम कांस्य पदक के लिए मुकाबला करेगी.

भारत के लिए नीलम संजीप ने आठवें, दिप्सन टर्की ने 20वें, गौड़ा ने 21वें मिनट में और मारेस्वीरन ने 36वें मिनट में गोल किए. कोरिया के लिए जोंगह्यून जांग ने 12वें, चेयोन जी ने 17वें, जूंगहू 27वें, मांजे जुंग ने 43वें मिनट में गोल किए.

भारत ने आक्रामक शुरुआत की और उसे दूसरे मिनट में ही पेनल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन वो इसे गोल में तब्दील नहीं कर पाई. आठवें मिनट में भारत को एक और पेनल्टी कॉर्नर मिला और इस बार नीलम ने ये मौका हाथ से जाने नहीं दिया. उन्होंने क्लीन हिट लगाकर गेंद को नेट में डाल भारत को 1-0 से आगे कर दिया. इस क्वार्टर के अंत में कोरिया ने हावी होने की कोशिश की और वह इसमें सफल रही . उसे पेनल्टी कॉर्नर मिला जिस पर गोल हो गया. पहले क्वार्टर के बाद स्कोर 1-1 से बराबर था.

दूसरे क्वार्टर की शुरुआत से कोरिया ने भारत को दबाव में रखा और बढ़त ले ली. 17वें मिनट में फील्ड गोल के जरिए उसने स्कोर 2-1 कर दिया. भारत ने हालांकि बराबरी की और 20वें मिनट में गोल कर किया. भारत ने पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया और इस बार दिप्सन ने गेंद को नेट में डाला. अगले ही मिनट भारत ने एक और गोल कर दिया. 21वें मिनट में विष्णुकांत ने गेंद ली और आगे बढ़े. उन्होंने ये गेंद अपने साथी गौडा को दी और उन्होंने कोरियाई गोलकीपर को छकाते हुए गेंद को नेट में डाल दिया. यहां भारत 3-2 से आगे हो गया था. कोरियाई टीम ने हार नहीं मानी. 27वें मिनट में किम ने तीसरा गोल कर दिया. ये फील्ड गोल था

तीसरे क्वार्टर में दोनों टीमें एक-एक गोल करने में सफल रही. 36वें मिनट में मरीस्वरन ने ये गोल किया. भारतीय खिलाड़ी ने गेंद ली और आगे बढ़ते गेंद को गोलपोस्ट के सामने डाल दिया. वहां खड़े मरीस्वरन ने अपनी हॉकी के इशारे से गैप में गेंद को डाल भारत के लिए चौथा गोल कर दिया. कोरियाई टीम ने फिर 43वें मिनट में गोल किया और स्कोर बराबर कर लिया. इसके बाद आखिरी क्वार्टर में भारत और कोरिया तमाम कोशिशों के बाद भी गोल नहीं कर सके और भारत फाइनल की रेस से बाहर हो गया.