लंदन: काउंटी क्लब सरे के लिए खेलते हुए भारतीय स्पिनर रविचंद्रन अश्विन का प्रदर्शन बिलकुल फीका रहा। अश्विन ने समरसेट के खिलाफ 43 ओवर में गेंदबाजी करते हुए सिर्फ एक विकेट लिया। 34 वर्षीय, जो 400 से अधिक टेस्ट विकेट लेने वाले केवल तीन भारतीय स्पिनरों में से एक है, 4 अगस्त से इंग्लैंड के खिलाफ शुरू हो रही पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में भारत के लिए काफी अहम रोल निभाएंगे।

अश्विन को विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में प्लेयर-ऑफ-द-सीरीज पुरस्कार मिला था। उन्होंने 32 विकेट लिए थे और मूल्यवान रन भी बनाए थे। पिछले महीने न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में, उन्होंने 45 रन देकर चार विकेट चटकाए थे। भारत वह टेस्ट हार गया था। काउंटी मैच से पहले इस चतुर स्पिनर ने सरे के लिए खेलने का मौका मिलने पर खुशी जताई थी।

अश्विन ने सरे काउंटी टीम द्वारा साझा किए एक वीडियो में कहा था, ‘मैं बहुत सम्मानित महसूस कर रहा हूं। मैंने लंदन काउंटियों के बारे में काफी सुना है और अब यह देख भी लिया। भले ही यह केवल एक मैच के लिए है, लेकिन मुझे इस ड्रेसिंग रूम को साझा करने में खुशी हो रही है।’

अश्विन ने पहले दिन शुरुआती दो सत्र में 24 ओवर में पांच मेडन के साथ 58 रन दिये और एक सफलता हासिल की। सरे के कप्तान और इंग्लैंड के ओपनर रोरी बर्न्स ने दोनों छोर से उनसे गेंदबाजी करवायी। अश्विन इस दौरान पिछले 11 वर्षों में इंग्लिश काउंटी में नयी गेंद से गेंदबाजी शुरू करने वाले पहले स्पिनर बने। इससे पहले वर्ष 2010 में जीतन पटेल ने ऐसा किया था।