बर्मिंघम:
‘बैजबॉल’ नज़रिये को पहचान देने में जुटी इंग्लैंड की टीम ने एशेज़ सीरीज़ के पहले टेस्ट के पहले दिन उस वक्त पारी घोषित कर सबको हैरान कर दिया जब जो रुट शतक लगाकर क्रीज़ पर मौजूद और इंग्लैंड के पास अभी दो विकेट शेष थे. इंग्लैंड की टीम ने 78 ओवर में 8 विकेट के नुकसान पर 393 रन बनाकर पारी घोषित कर दी। जबकि इस वक्त इंग्लैंड के पास उसके सबसे मजबूत बल्लेबाज जो रूट मैदान पर तबाही मचा रहे थे।

स्टोक्स चाहते तो कम से कम 400 रन बनने का इंतजार कर सकते थे या फिर 12 ओवर और खेलकर दूसरे दिन की रणनीति बना लेते। रूट और रॉबिनसन कम से कम आज का दिन तो आसानी से निकाल लेते, लेकिन स्टोक्स के इस फैसले ने क्रिकेटप्रेमियों को हैरत में डाल दिया। इसके बाद से ही लगातार फैंस ‘बैजबॉल’ को लेकर ट्वीट कर रहे हैं।

फैंस का कहना है कि क्या ये बैजबॉल इफेक्ट है, जिसे एग्रेसिव क्रिकेट के साथ इंग्लैंड ब्रैंडन मैकुलम के कोच बनने के बाद लागू कर चुका है। दरअसल, बैजबॉल के तहत इंग्लैंड ने ताबड़तोड़ अंदाज में ही शुरुआत की थी। ओपनर जैक क्रॉले ने पहली ही गेंद पर चौका ठोक इसकी झलक दिखा दी थी। इसके बाद जॉनी बेयरस्टो, मोईन अली और जो रूट जैसे बल्लेबाजों ने भी इसी रणनीति के तहत बेखौफ बल्लेबाजी की। शायद यही वजह है कि इंग्लैंड ने इसे वनडे की तरह खेला और महज 78 ओवर में ही पारी घोषित कर दी।