लखनऊ: आफरीन फातिमा के परिवार को न्याय दिलाने के लिए एसोसिएशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ सिविल राइट्स (एपीसीआर) की ओर से हर संभव कोशिश की जा रही है. अधिवक्ता केके राय, अधिवक्ता नज्मुस्साकिब, (एपीसीआर सचिव) अधिवक्ता सईद सिद्दीकी, अधिवक्ता राजविंदर सिंह, अधिवक्ता प्रबल प्रताप और अधिवक्ता रवींद्रसिंह का एक पैनल इस संबंध में लगातार कानूनी प्रयास कर रहा है।

एडवोकेट नज्मुस्साकिब खान ने बताया कि हमने प्रशासन से भी संपर्क किया है कि क्यों आफरीन फातिमा की मां और बहन को अवैध रूप से 33 घंटे तक हिरासत में रखा गया और अनावश्यक पूछताछ और उत्पीड़न के बाद रिहा किया गया।

इलाहाबाद उच्च न्यायालय में रविवार को एक पत्र याचिका दायर कर अदालत से अवैध विध्वंस में हस्तक्षेप करने की मांग की गई ताकि आफरीन फातिमा के परिवार को न्याय मिल सके और कानून का शासन सुनिश्चित हो सके। हाईकोर्ट द्वारा हमारे मामले की सुनवाई से इनकार के बाद अवैध निर्माण और मकान के पुनर्निर्माण के खर्च के मुआवजे की मांग के साथ-साथ इस लापरवाही और मनमानी के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए एक नई याचिका दायर की जाएगी तथा इस मामले में शामिल अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की भी मांग की जाएगी ।