लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रदेश में कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं रहना चाहिए। हर परिवार को आवश्यकतानुसार खाद्यान्न उपलब्ध कराया जाए।

मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में लाॅकडाउन व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि क्वारंटीन सेन्टर/आश्रय स्थल में प्रवासी कामगारों के अच्छी तरह से रहने के लिए सभी आवश्यक प्रबन्ध किए जाएं। यह सुनिश्चित किया जाए कि क्वारंटीन सेन्टर/आश्रय स्थल में साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था हो। प्रवासी कामगारों/श्रमिकों को शुद्ध एवं पर्याप्त मात्रा में भोजन उपलब्ध कराया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रवासी कामगारों की सुरक्षित एवं सम्मानजनक ढंग से वापसी कराई जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी प्रवासी श्रमिक पैदल, दोपहिया वाहन आदि किसी भी असुरक्षित साधन से यात्रा न करें। इन्हें बस, ट्रेन जैसे सुरक्षित साधनों से पहुंचाने की व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि गृह जनपद में क्वारंटीन सेन्टर पर प्रवासी कामगार/श्रमिक की थर्मल स्कैनिंग की जाए। कोरोना की दृष्टि से संदिग्ध प्रवासी कामगार/श्रमिक की पूल टेस्टिंग के माध्यम से मेडिकल जांच की जाए। जो बिल्कुल स्वस्थ हों, उन्हें राशन किट उपलब्ध कराते हुए होम क्वारंटीन के लिए सुरक्षित घर पहुंचाया जाए। होम क्वारंटीन के दौरान उन्हें 1,000 रुपए का भरण-पोषण भत्ता भी उपलब्ध कराया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि लोग मास्क लगाकर ही बाहर निकलें। उन्होंने कहा कि लाॅकडाउन के दौरान सप्लाई चेन के सुचारू संचालन से लोगों को आवश्यक सामग्री सुगमतापूर्वक प्राप्त हो रही हैं। सुनिश्चित किया जाए कि यह व्यवस्था इसी प्रकार प्रभावी ढंग से जारी रहे।