दिल्ली:
कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे चिट्ठी में हिमाचल विधानसभा चुनाव के लिए संचालन समिति के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है. हालांकि, शर्मा ने आश्वासन दिया है कि वो कांग्रेस उम्मीदवारों के लिए प्रचार में हिस्सा लेंगे. आनंद शर्मा के इस्तीफे के बाद यह बात साफ़ होती जा रही है है कि G23 ग्रुप के सदस्य पार्टी में किसी भी तरह की ज़िम्मेदारी लेने से बचना चाहते हैं. बता दें कि आनंद शर्मा भी उस G23 ग्रुप के ही सदस्य हैं जिसके एक अन्य सदस्य ग़ुलाम नबी आज़ाद ने भी जम्मू-कश्मीर कांग्रेस कैंपेन कमिटी के अध्यक्ष पद से नाराज़गी ज़ाहिर करते हुए इस्तीफा दे दिया था.

69 वर्षीय शर्मा ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे एक चिट्ठी में उन उदाहरणों का हवाला दिया, जहां उन्हें हिमाचल प्रदेश में महत्वपूर्ण चुनावी रणनीति की बैठकों के बारे में सूचित भी नहीं किया गया था और कहा, “मेरा स्वाभिमान नॉन-निगोशिएबल है.” पूर्व केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा में कांग्रेस के पूर्व उपनेता अपने समर्थकों को जुटाने के लिए मंगलवार से हिमाचल प्रदेश के चार दिवसीय दौरे पर हैं. कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 26 अप्रैल को हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष, सीएलपी नेता और कैंपेन कमिटी के चेयरमैन समेत आठ अन्य कमिटियों का ऐलान किया था जिसमें एक संचालन समिति भी थी और आनंद शर्मा को इसका अध्यक्ष बनाया गया था, आशा कुमारी को संयोजक के पद पर नियुक्त किया गया था. कांग्रेस अध्यक्ष को लिखे चिट्ठी में उन्होंने कहा कि कमिटी में बहुलता और कामों के ओवरलैपिंग को कार्यात्मक उद्देश्यों के लिए स्पष्टता की ज़रूरत है.

आनंद शर्मा ने लिखा, “मैंने महासचिव संगठन और एआईसीसी प्रभारी से संचालन समिति के जनादेश और भूमिका को स्पष्ट करने का अनुरोध किया था.” उन्होंने कहा कि हिमाचल कांग्रेस के कोर ग्रुप और चुनाव रणनीति और तैयारियों पर वरिष्ठ नेताओं की बैठकें दिल्ली और शिमला दोनों जगहों पर हुई हैं, लेकिन उन्हें इसके बारे में नहीं बताया गया.