नई दिल्ली: विकेटकीपर बल्लेबाज क्विंटन डिकॉक के नाबाद अर्धशतक से मुंबई इंडियंस ने इंडियन प्रीमियर लीग में राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ सात विकेट से आसान जीत दर्ज की। रॉयल्स की टीम शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों कप्तान संजू सैमसन (42), जोस बटलर (41), शिवम दुबे (35) और यशस्वी जायसवाल (32) की उम्दा पारियों के बावजूद चार विकेट पर 171 रन ही बना सकी।

इसके जवाब में मुंबई इंडियन्स ने डिकॉक (50 गेंद में नाबाद 70, छह चौके, दो छक्के) और कृणाल पंड्या (39) के बीच तीसरे विकेट के लिए 63 रन की साझेदारी की बदौलत नौ गेंद शेष रहते तीन विकेट पर 172 रन बनाकर लक्ष्य हासिल किया। मुंबई के छह मैचों में तीन जीत से छह अंक हो गए हैं और टीम चौथे स्थान पर बरकरार है। रॉयल्स की टीम छह मैचों में चार अंक के साथ सातवें स्थान पर है।

मुंबई की टीम पहले दो ओवर में सात रन ही बना सकी जिसके बाद डिकॉक ने तीसरे ओवर में चेतन सकारिया पर पहला चौका जड़ा और फिर मुस्ताफिजुर रहमान की पहली दो गेंदों पर चौका और छक्का मारा। रोहित ने जयदेव उनादकट पर छक्का मारा लेकिन क्रिस मौरिस की गेंद पर मिड आन पर सकारिया को आसान कैच दे बैठे। सूर्यकुमार यादव और डिकॉक ने इसके बाद पारी को आगे बढ़ाया।

सूर्यकुमार ने राहुल तेवतिया जबकि डिकॉक ने उनादकट पर दो चौके मारे। सूर्यकुमार हालांकि मौरिस की गेंद पर बड़ा शॉट खेलने की कोशिश में मिडविकेट पर बटलर को कैच दे बैठे। उन्होंने 10 गेंद में 16 रन बनाए। मुंबई ने 10 ओवर में दो विकेट पर 87 रन बनाए। डिकॉक ने 12वें ओवर में उनादकट की गेंद पर एक रन के साथ 35 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। इसी ओवर में टीम के रनों का शतक भी पूरा हुआ।

मुंबई इंडियन्स को अंतिम पांच ओवर में जीत के लिए 41 रन की दरकार थी। कृणाल ने मौरिस पर चौके और फिर मुस्ताफिजुर पर छक्के के साथ गेंद और रन के बीच के अंतर को कम किया। कृणाल हालांकि मुस्ताफिजुर की गेंद को विकेटों पर खेलकर पवेलियन लौटे। उन्होंने 26 गेंद का सामना करते हुए दो छक्के ओर दो चौके मारे। कीरोन पोलार्ड (आठ गेंद में नाबाद 16, दो चौके, एक छक्का) ने 18वें ओवर में मौरिस की पहली दो गेंदों पर छक्का और चौका जड़ा जबकि तीसरी गेंद हेलमेट में लगकर चौके के लिए चली गई। मुंबई को अंतिम दो ओवर में जीत के लिए सिर्फ नौ रन चाहिए थे और डिकॉक तथा पोलार्ड ने टीम को लक्ष्य तक पहुंचा दिया।

इससे पहले रोहित ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। बटलर ने ट्रेंट बोल्ट की पहली गेंद पर चौके से खाता खोला और फिर जसप्रीत बुमराह पर भी चौका जड़ा। बटलर पांचवें ओवर में 12 रन के निजी स्कोर पर जयंत यादव की गेंद पर भाग्यशाली रहे जब प्वाइंट पर चाहर उनका कैच लपकने में नाकाम रहे। बटलर ने इस आफ स्पिनर की लगातार गेंदों पर चौका और छक्का जड़ा।

जायसवाल ने अगले ओवर में नाथन कूल्टर नाइल का स्वागत लगातार गेंदों पर चौके और छक्के के साथ किया जिससे टीम पावर प्ले में बिना विकेट खोए 47 रन बनाने में सफल रही। बटलर ने चाहर का स्वागत छक्के के साथ किया लेकिन इस लेग स्पिनर ने अगली गेंद पर उन्हें डिकॉक के हाथों स्टंप करा दिया जिससे जायसवाल के साथ उनकी 66 रन की साझेदारी का अंत हुआ। बटलर ने 32 गेंद में तीन छक्कों और तीन चौकों से 41 रन बनाए।

सैमसन ने राहुल चाहर पर चौके से खाता खोला और फिर कृणाल पर भी दो चौके मारे। जायसवाल ने भी चाहर पर छक्का मारा लेकिन इस लेग स्पिनर को उन्हीं की गेंद पर कैच दे बैठे। जायसवाल ने 20 गेंद में दो चौकों और दो छक्कों की मदद से 32 रन बनाए। रॉयल्स के रनों का शतक 12वें ओवर में पूरा हुआ। बोल्ट ने कोल्टर नाइल की गेंद पर दुबे को जीवनदान दिया। दुबे ने जयंत पर छक्का जड़ा जबकि सैमसन ने बोल्ट पर लगातार दो चौकों के साथ रन गति बढ़ाने का प्रयास किया। बोल्ट ने 17वें ओवर में सैमसन को बोल्ड करके रॉयल्स को बड़ा झटका दिया।

उन्होंने 27 गेंद की अपनी पारी में पांच चौके मारे। बुमराह ने इसके बाद दुबे को अपनी ही गेंद पर लपका। उन्होंने 31 गेंद का सामना करते हुए दो छक्के और दो चौके मारे। मुंबई की ओर से चाहर (33 रन पर दो विकेट) सबसे सफल गेंदबाज रहे जबकि बुमराह ने चार ओवर में सिर्फ 15 रन देकर एक विकेट चटकाया। अंतिम चार ओवर में रॉयल्स की टीम सिर्फ 31 रन ही बना सकी।