लखनऊ: इंर्फामेंशन टैक्नोलाजी के संकाय सदस्यों को शिक्षा के क्षेत्र में हो रहे विश्व स्तरीय बदलावों, पठन-पाठन के तरीकों और नवीनतम जानकारी से आद्यतन करने के लिए एमिटी इंस्टीट्यूट आफ इंफारमेशन टैक्नोलाजी, एमिटी विश्वविद्यालय लखनऊ परिसर द्वारा आई आई टी मुंबई के सहयोग से आर लैंग्वेज और पायथन प्रोग्रामिंग पर दो आनलाइन संकाय विकास कार्यक्रम आयोजित किए गये।

इनक कार्यक्रमों में आई टी उद्योग से जुडे उद्यमी, कारपोरेट जगत के प्रतिनिधि, शोधार्थी और संकाय सदस्यों सहित नौ प्रदेशों और 35 जिलों के 600 से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया।

प्रतिभागियों ने इस कार्यक्रम के आयोजन पर एमिटी विवि. को बधाई देते हुए कहा कि कोविड संक्रमण के चलते हुए लाॅकडाउन के दौरान समय का बेहतर सदुपयोग किया गया। इस कार्यक्रम से न केवल विषय से संबंधित नवीनतम जानकारी मिली बल्कि विश्व में इन विषयों पर हो रहे नवीन शोधों और बदलावों के बारे में भी पता चला। इस जानकारी के साथ संकाय हम अपने विद्यार्थियों तक बेहतर जानकारी पहुंचा सकेंगे।

प्रतिभागियों को आई आई टी मुंबई के प्रवक्ताओं और विषेशज्ञों ने प्रशिक्षण दिया। कार्यक्रम के संकाय समन्यवयक एमिटी इंस्टीट्यूट आफ इंफारमेशन टैक्नोलाजी, लखनऊ के डा. राजीव पांडे और डा. पारूल वर्मा ने प्रतिभागियों के सामने आनलाइन कार्यक्रम में आने वाली हर प्रकार की समस्याओं को हल करने में सहयोग किया जिससे उन्हें निर्बाध कार्यक्रम में शामिल होने में मदद मिली।

प्रतिभागियों को आईआईटी मुंबई एवं एमिटी विश्वविद्यालय की ओर से काय्रक्रम के अंत में एक परीक्षा का भी आयोजन किया गया और प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूर्ण करने पर प्रमाणपत्र भी दिए गए। कार्यक्रम के दौरान प्रति कुलपति एमिटी विश्वविद्यालय लखनऊ परिसर, डा. सुनील धनेश्वर, और निदेशक एमिटी इंस्टीट्यूट आॅफ इंफारमेशन टैक्नोलाजी, लखनऊ ब्रिगेडियर उमेंश चोपड़ा ने प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया।