टीम इंस्टेंटखबर
पंजाब में एक लंबे आंतरिक संघर्ष के बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के कुछ ही दिनों बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह के लिए भाजपा का प्यार उमड़ पड़ा है. पिछले साढ़े चार साल में कंकड़ की तरह आँख में चुभते अमरिंदर सिंह भाजपा की आँखों का तारा बन गए हैं. कांग्रेस पर अमरिंदर के हर हमले पर भाजपा नेता तालियां बजाते हुए नज़र आते हैं.

पंजाब के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद अमरिंदर सिंह ने कहा था कि सिद्धू को राज्य का सीएम नहीं बनना चाहिए, क्योंकि वो खतरनाक और राष्ट्र-विरोधी है. अमरिंदर सिंह ने कहा कि हम सभी ने सिद्धू को इमरान खान और जनरल बाजवा को गले लगाते और करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन पर पाकिस्तान के पीएम के लिए गाते हुए देखा है, जबकि हमारे सैनिक हर दिन सीमाओं पर मारे जा रहे हैं.

हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज और बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग से लेकर पंजाब बीजेपी अध्यक्ष अश्विनी शर्मा और उत्तराखंड के पार्टी सांसद अनिल बलूनी तक, सभी ने सिद्धू को लेने के लिए अमरिंदर की चिंता का हवाला दिया और पूर्व सीएम की टिप्पणियों पर कांग्रेस आलाकमान पर सवाल उठाए. अमरिंदर सिंह ने 18 सितंबर को इस्तीफा देने के बाद दिए गए सभी इंटरव्यू में बीजेपी के खिलाफ कुछ भी नहीं कहा है. इसके साथ ही अमरिंदर सिंह के बीजेपी के कड़े बचाव ने राजनीतिक गलियारों में अटकलें लगाई हैं कि क्या पूर्व सीएम भगवा पार्टी में शामिल होंगे.

गुरुवार को अनिल विज ने अमरिंदर सिंह को राष्ट्रवादी बताते हुए कांग्रेस पर पंजाब और पाकिस्तान को करीब लाने के लिए राष्ट्र विरोधी साजिश रचने का आरोप लगाया. अनिल विज ने कहा कि राष्ट्रवादी अमरिंदर सिंह कांग्रेस के गेमप्लान में रोड़ा थे, इसलिए उनकी राजनीतिक हत्या की गई.