जींद (हरियाणा): केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ जारी प्रदर्शन का समर्थन करने के लिए जींद में आयोजित महापंचायत में राकेश टिकैत ने मोदी सरकार पर टिपण्णी करते हुए कहा कि, “जब-जब राजा डरता है, तब-तब किलेबंदी करता है। अब दिल्ली में कीलें लगाई जा रही हैं, हम वो अपने खेतों में भी लगाते हैं। ” इसके साथ ही राकेश टिकैत ने यह भी कहा कि, “अभी हमने बिल वापसी की बात की है, अगर गद्दी वापसी की बात हुई तो क्या करोगे। अभी जींद वालों को दिल्ली कूच की जरूरत नहीं है, आप यहां पर ही रहे। “
मंच टूटा
‘महापंचायत’ के दौरान वह मंच टूट गया, जिस पर भारतीय किसान यूनियन प्रमुख राकेश टिकैत और अन्य किसान नेता बैठे थे। महापंचायत जींद के कंडेला गांव में आयोजित हुई, जिसमें कई खाप नेताओं ने भी भाग लिया। इसका आयोजन टेकराम कंडेला की अगुवाई में सर्व जातीय कंडेला खाप ने किया था।
उमड़ी भारी भीड़
किसान आंदोलन को धार देने के लिए आज जींद में महापंचायत का आयोजन किया गया है. जींद में कंडेला खाप द्वारा कराई जा रही इस महापंचायत को अन्य खापों का भी सहयोग प्राप्त है. राकेश टिकैट के कार्यक्रम में पहुंचने से पहले ही बड़ी संख्या में किसान पहुंच चुके हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि करीब दो दशक पहले हरियाणा में किसानों का आंदोलन चलाने वाली कंडेला खाप ने कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों को अपना समर्थन दिया है.
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