टीम इंस्टेंटखबर
सपा की विधायक दल की बैठक में अखिलेश यादव को नेता प्रतिपक्ष चुन लिया गया है, वहीँ सरकार ने भी इस पर मुहर लगा दी है।

अखिलेश यादव ने करहर सीट से चुनाव जीता था। उन्होंने कुछ दिन पहले ही लोकसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। बैठक में विधायक दल के नेता का प्रस्ताव अवधेश प्रसाद ने रखा, जिसका अनुमोदन आलम बदी ने किया। विधान मंडल दल का प्रस्ताव लालजी वर्मा ने किया जिसका अनुमोदन राजेन्द्र चौधरी ने किया।

लखनऊ में हुए इस बैठक के लिए बीते कई दिन से कयास लगाए जा रहे थे कि नेता प्रतिपक्ष की कमान कौन संभालेगा। क्योंकि इसमें सबसे आगे शिवपाल यादव का नाम चल रहा था। हालांकि उन्हें इस बैठक में बुलाया भी नहीं गया। इस पर शिवपाल ने कहा कि वह दो दिन से बैठक का इंतजार कर रहे थे।

सपा विधानमंडल दल की बैठक में शिवपाल सिंह यादव को नहीं बुलाया गया जिससे वह नाराज हो गए। उन्होंने कहा कि मैं पिछले दो दिनों से अपने सभी कार्यक्रम रद्द कर इस बैठक के लिए लखनऊ में था पर मुझे इसकी सूचना तक नहीं दी। मैं सपा का विधायक हूं। अब मैं इटावा जाऊंगा। मैं आगे क्या करने वाला हूं इसकी सूचना जल्द ही दे दी जाएगी।

शिवपाल यादव ने कहा कि सभी विधायकों को फोन कर बैठक में बुलाया गया लेकिन मुझे पार्टी कार्यालय से कोई सूचना नहीं दी। मैं अब लखनऊ से सीधे इटावा जा रहा हूं। जब मुझे कोई सूचना नहीं दी गई तो मैं बैठक में नहीं जाऊंगा।