टीम इंस्टेंटखबर
उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव में गठबंधन के बाद मेरठ में सपा प्रमुख अखिलेश यादव और आरएलडी अध्यक्ष जयंत चौधरी एक साथ मंच पर दिखे।


उनके सामने लोगों का एक बहुत बड़ा हुजूम था, दूर दूर तक सिर्फ लाल टोपी ही नज़र आ रही थी। इस विशाल जनसभा में अखिलेश और जयंत चौधरी दोनों ने भाजपा पर जमकर हमला किया। अखिलेश यादव ने कहा ने इनका प्रचार इनकी तस्वीरें झूठी हैं । इनके फूल झूठ के फूल हैं जिनसे खुशबू नही आ सकती। अखिलेश ने आज फिर किसी का नाम लिए बिना कहा कि यह चिलमजीवी लोग विकास नही कर सकते है। उन्होंने कहा, जो पलायन की बात करते है वो पलायन होकर खुद आये है।

वहीं पीएम नरेंद्र मोदी के लाल टोपी वाले बयान पर पलटवार करते हुए अखिलेश यादव ने जन सैलाब की ओर इशारा करते हुए कहा कि ये क्रांतिकारी लाल रंग की टोपीयाँ ही इस बार भाजपा को सत्ता से बाहर करेगी. लाल का इंक़लाब होगा और बाइस में बदलाव होगा!” गौरतलब है कि प्रधानमंत्री ने आज गोरखपुर में समाजवादी पार्टी को निशाना बनाते हुए कहा था कि लाल टोपी वालों को सिर्फ लाल बत्ती से मतलब रहा है. लाल टोपी वाले आतंकियों के समर्थक हैं, इसलिए, याद रखिए, लाल टोपी वाले यूपी के लिए रेड अलर्ट हैं यानी कि खतरे की घंटी.

अखिलेश बोले, अबकी बार इनको जनता वापस भेजने का काम करेगी। इसबार पूर्वांचल में खदेड़ा हो रहा है। पश्चिम वालों ने भी अब बीजेपी का दरवाजा बंद कर दिया है। अखिलेश ने केंद्र और राज्य सरकारों को घेरते हुए कहा कि डबल इंजन की सरकार आपस मे टकरा रही है।

रैली में जन सैलाब से उत्साहित सपा मुखिया कहा, मैं इस जनसैलाब को देखकर कह रहा हूं कि इस बार पश्चिम में बीजेपी का सूरज हमेशा के लिए डूब जाएगा। लोगों का उत्साह बता रहा है कि इस बार किसानों का इंकलाब होगा और 22 में बदलाव होगा।

वहीँ जयंत यादव ने कहा कि किसानों के साथ पिछले एक साल में सरकार ने खराब व्‍यवहार किया है. लखीमपुर में किसानों को कुचला गया, उसके दोषी अभी भी सरकार में शामिल हैं.