नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उपहार में मिली चीजों की निलामी हो रही है। इस निलामी पर आपत्ति जताते हुए अकाली दल के वरिष्ठ नेता सुखबीर बादल ने आपत्ति जताई है। अकाली दल नेता ने कहा कि यह अकाल पुरख और गुरु साहिबों के उपहार और आशीर्वाद का पवित्र प्रतीक है और इसकी नीलामी की जाएगी, घोर अपमानजनक। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “इससे सिख समुदाय की धार्मिक भावनाएं भी आहत होंगी।”

गौरतलब है कि पीएम मोदी को मिले उपहारों की ई-नीलामी अभियान 2 अक्टूबर को शुरू हुआ और 31 अक्टूबर तक चलेगा। इसकी पांचवीं किस्त के हिस्से के रूप में, केंद्र ने 900 से अधिक स्मृति चिन्हों में स्वर्ण मंदिर के मॉडल को सूचीबद्ध किया। नीलामी से प्राप्त धनराशि सरकार की ‘नमामि गंगे’ पहल में जाएगी, जिसका उद्देश्य गंगा नदी को पुनर्जीवित करना है।

स्वर्ण मंदिर मॉडल के अलावा पीएम के अन्य उपहारों की भी निलामी की जा रही है जिसमें, भगवान लक्ष्मी नारायण विट्ठल और देवी रुक्मिणी की एक मूर्ति, गुजरात के सूर्य मंदिर की प्रतिकृतियां, चित्तौड़गढ़ का विजय स्तंभ और प्रसिद्ध कलाकार परेश मैती द्वारा चित्रित बनारस घाट की एक पेंटिंग शामिल हैं।