टीम इंस्टेंटख़बर
तालिबान की काबुल में इंट्री हो गयी है, अफ़ग़ानिस्तान के आंतरिक विभाग के मंत्री और आर्म्ड फोर्सेज ने इसकी पुष्टि की है. वहीँ तालिबान ने एलान किया है कि जो कोई भी काबुल छोड़कर जाना चाहे उसे सुरक्षित जाने का रास्ता दिया जाएगा। हालाँकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि राष्ट्रपति अशरफ गनी की सरकार जवाबी हमला करेगी या आत्मसमर्पण करेगी।

यह नया डेवलॅपमेंट तब हुआ जब तालिबान ने अफ़ग़ानिस्तान के प्रमुख शहर जलालाबाद में बिना खून खराबा कण्ट्रोल हासिल कर लिया। वैसे अभी तक काबुल में किसी लड़ाई की अबतक कोई खबर नहीं मिली है.

दो दशक की लड़ाई के बाद अफगानिस्तान से अमेरिकी और नाटों बलों की संपूर्ण वापसी से पहले तालिबान देश पर हर ओर से कब्जा करता जा रहा है. राजधानी काबुल के बाहरी इलाकों में प्रवेश से पहले रविवार सुबह चरमपंथी संगठन ने जलालाबाद पर कब्जा कर लिया था.

रिपोर्ट्स के मुताबिक तालिबान ने अपने लड़ाकों को आदेश दिया है वह काबुल के दरवाजे पर ही खड़े रहें और शहर पर ‘ताकत के बल पर’ कब्जा नहीं किया जाएगा.

इससे पहले खबर आई थी कि सरकारी कार्यालयों से कर्मचारियों को रविवार सुबह अचानक ही घर भेज दिया गया और सेना के हेलीकॉप्टर आसमान में चक्कर लगाने लगे. इसी बीच जलालाबाद पर तालिबान के कब्जे के कुछ घंटे बाद रविवार को अमेरिका के हेलीकॉप्टर यहां अमेरिकी दूतावास पर उतरे.