नई दिल्ली: कोवाक्सिन के क्लीनिकल ट्रायल अभी चल रहा है और उसकी सुरक्षा तथा असर को लेकर अभी परीक्षण बाकी है। बावजूद इसके दवा नियामक, ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीजीसीआई) ने वैक्सीन को आम जनता को देने की अनुमति दी है। हालांकि, चिकित्सा विशेषज्ञों ने कोवाक्सिन के तीसरे चरण के ट्रायल मे हिस्सा लेने वाले स्वयंसेवकों को सलाह दी है कि तीन महीने तक सेक्स करने से पहले कंडोम का इस्तेमाल जरूर करें।

टीकाकरण अभियान का हिस्सा बने सभी बरतें सावधानी
पुरुष स्वयंसेवकों के लिए जरूरी है कि वैक्सीनेशन के तीन महीने बाद तक महिला साथी के साथ प्रभावी गर्भनिरोधक का इस्तेमाल किया जाए। लेकिन अहम सवाल यह है कि क्या गर्भनिरोधक का उपयोग करने की सावधानी उन सभी लोगों के लिए नहीं होनी चाहिए जो मौजूदा सरकारी टीकाकरण अभियान में हिस्सा ले रहे हैं।

सेक्स से बचने की सलाह
चिकित्सा विशेषज्ञों का कहना है कि टीकाकरण के बाद सेक्स के लिए कंडोम का उपयोग करने के लिए स्थिति खुद ही स्पष्ट है जो भ्रूण या प्रजनन क्षमता पर विपरीत असर डाल सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि टीका लगाने वाले लाभार्थियों को सावधानी बरतनी चाहिए क्योंकि प्रजनन क्षमता को बनाए रखने के लिए वैक्सीनेशन के 3-12 महीने बाद भागीदारों के साथ सीधे सेक्स से बचने चाहिए

प्रजनन पर प्रभाव
प्रसिद्ध सेक्सोलॉजिस्ट डॉ प्रकाश कोठारी कहते हैं, “हम किसी वैक्सीन के टेराटोजेनिक प्रभाव (असामान्य भ्रूण विकास) को नहीं जानते हैं क्योंकि इसकी जाँच करना जल्दबाजी होगी। हालांकि, अगर ऐसी स्थिति ट्रायल के स्वयंसेवकों पर लगाई गई है, तो यह इंगित करता है कि यह संभावना हो सकती है। वैक्सीन प्रजनन पर कितना असर डाल सकती है, इसकी जांच किए बिना ही टीके को मंजूरी दे दी गई।