टीम इंस्टेंटखबर
दिल्ली में नगर निगमों के लिए चुनावों की तारीखों की बुधवार को चुनाव आयोग घोषणा करने वाला था लेकिन अचानक उसने तारीखों की घोषणा टाल दी. चुनाव आयोग के इस क़दम के बाद दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर कहा कि आज लोकतंत्र की हत्या का दिन है. केंद्र की भाजपा से चुनाव आयोग से डर गया है. ऐसे संविधान कैसे बचेगा? केंद्र सरकार ने चुनाव आयोग पर दवाब डाला और चुनाव आयोग ने चुनाव का ऐलान रोक दिया. दिल्ली में भाजपा ने 15 साल से भ्रष्टाचार किया है. आज AAP की 272 में से 250 सीट आ रही हैं. दिल्ली के दिल में आया कि MCD में केजरीवाल तो भाजपा घबरा गयी और तारीख टलवा दी.

उन्होंने कहा कि भाजपा में चुनाव का सामना करने की हिम्मत नहीं है. भाजपा के कुकर्म जनता जानती है लेकिन चुनाव आयोग क्यों झुक गया? चुनाव आयोग ने केंद्र सरकार और भाजपा कें समाने घुटने टेक दिए हैं. मोदी जी कल को हारने के डर से देश कें चुनाव टाल देंगे? भाजपा अगर हार रही है तो अच्छे काम करें चुनाव से डर कर न भागे. भाजपा से कहना चाहता हूं कि डर के क्यों भाग रहे हो, चुनाव कराओ लोगो के लिए अच्छा काम करो. दिल्ली सरकार को केंद्र सरकार से निगम के एकीकरण को लेकर कोई प्रस्ताव या जानकारी नहीं मिली है.

बता दें कि दिल्ली इलेक्शन कमीशन बुधवार शाम को एमसीडी के चुनावों का ऐलान करने वाला था. लेकिन दिल्ली के राज्य निर्वाचन आयुक्त (एसईसी) एस के श्रीवास्तव ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘मुझे शाम 4.30 बजे केंद्र सरकार से कुछ संदेश मिला है, इसलिए मैं अभी तारीखों की घोषणा करने में समर्थ नहीं हूं.”

उन्होंने कहा, ‘‘हम तारीखों की घोषणा करने वाले थे, लेकिन अब उन्हें घोषित करने में 5-7 दिन और लगेंगे. सरकार शायद ‘एमसीडी का पुनर्गठन’ करना चाहती है. हो सकता है कि वे तीनों निगमों को फिर से मिला दें, इसलिए हमें इस पर विचार करना होगा और फिर एमसीडी चुनाव की तारीखों की घोषणा करनी होगी. हम उनकी सलाह पर गौर करेंगे.”