पटना। बिहार में सत्ताधारी जनता दल (युनाइटेड) की पटना में आज से हो रही एक दिवसीय राष्ट्रीय परिषद की बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में विधिवत ताजपोशी हुई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए निवर्तमान अध्यक्ष शरद यादव ने राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में नीतीश कुमार के चयन पर मुहर लगाने के लिए अनुमोदन का प्रस्ताव रखा, जिसका उपस्थित सभी पार्टी जनों ने समर्थन किया। इसके साथ ही नीतीश पार्टी के विधिवत राष्ट्रीय अध्यक्ष बन गए।

इस मौके पर नीतीश कुमार ने अपने भाषण में भारतीय जनता पार्टी और मोदी सरकार पर जोरदार हमला बोला। नीतीश ने कहा कि अगर बिहार में लालू जी और हम त्याग नहीं करते तो महागठबंधन बन जाता क्या। मुकाबला अगर बीजेपी की नीतियों का करना है तो मिलकर चलना पड़ेगा। शराब बंदी के अभियान पर इमानदारी के साथ लगिए। पी करके कोई टुन्न रहेगा तो क्या बात समझ आएगी।

नीतीश ने कहा कि बीजेपी अब देश को बांटने का काम कर रही है। आजकल देशभक्ति का मुद्दा छाया हुआ है। जो देश की आजादी की लड़ाई के लिए हिस्सा नहीं लेता वो देशभक्ति की बात करता है। नीतीश ने कहा, सिर्फ नारे लगा रही है मोदी सरकार, सिर्फ नारे, सिर्फ नारे। स्टैंड अप इंडिया और फिर होगा, सिट डाउन इंडिया, ले डाउन इंडिया।

नीतीश को 11 अप्रैल को दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया था।  नीतीश कुमार के अध्यक्ष बनने के बाद पार्टी के निवर्तमान अध्यक्ष शरद यादव ने कहा कि पार्टी में अब इंकलाब लाने की जरूरत है। इसके लिए अगले 15 दिनों में इसका खाका तैयार कर लिया जाएगा।

इस मौके पर नीतीश ने कहा कि पार्टी को अगर वाजिब रास्ता पकड़ना है तो पुरखों (पार्टी के पूर्वजों) के विचारों को मजबूती के साथ आगे बढ़ाना होगा। उन्होंने अपने अध्यक्ष काल में सहयोग देने के लिए सभी पार्टीजनों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि जेडू (यू) ही एक ऐसी पार्टी है जो समाजिक और आर्थिक विषमता को साथ लेकर चलती है। यह पार्टी समाजिक न्याय की विचारधारा का पालन करती है।

पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में जारी जेडी (यू) राष्ट्रीय परिषद की बैठक में 28 राज्यों के 600 प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं। बैठक में पार्टी के तमाम दिग्गज नेता भी शामिल हैं। जेडीयू की बैठक में विशेष रूप से आमंत्रित सदस्यों को जगह दी गई है। जेडी (यू) के एक नेता ने बताया कि इस बैठक में देश के राजनीतिक हालात और पार्टी के राष्ट्रीय स्तर पर रणनीति बनाने पर विचार होगा।