नई दिल्‍ली: देशद्रोह के आरोपों का सामना कर रहे है जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार की जमानत अर्जी पर सुनवाई कल तक के लिए टल गई है। हाईकोर्ट ने पुलिस से स्टेटस रिपोर्ट मांगी है। कोर्ट ने कहा कि रिपोर्ट सीलबंद लिफाफे में नहीं चाहिए। जमानत याचिका वाले को पता होना चाहिए की रिपोर्ट में क्या है? दरअसल, पुलिस ने कहा था कि वह सील बंद रिपोर्ट देगी।

दिल्ली पुलिस और दिल्ली सरकार के वकील के बीच केस को लेकर तकरार हुई। दिल्ली पुलिस की तरफ से ASG तुशार मेहता और संजय जैन थे जबकि दिल्ली सरकार के स्टैंडिंग काउंसिल राहुल मेहरा ने पुलिस पर विरोध जताया और कहा कि वह इस केस की पैरवी करेंगे, क्योंकि सरकार की ओर से वह नियुक्त हैं, लेकिन कोर्ट ने कहा कि फिलहाल वह रिपोर्ट देखना चाहते हैं।

याचिका में कन्हैया ने कहा है कि मामले में उन्हें गलत तरीके से फंसाया गया है, क्योंकि उन्होंने देश विरोधी नारे नहीं लगाए थे। कन्हैया ने दावा किया है कि उन्हें साक्ष्यों को दरकिनार कर एक प्राथमिकी के आधार पर गलत तरीके से गिरफ्तार किया गया।

कन्‍हैया की जमानत याचिका पर सुनवाई के चलते हाईकोर्ट की सुरक्षा बढ़ाई गई, क्योंकि इससे पहले पटियाला हाउस अदालत में जब कन्हैया कुमार को लाया गया था तो वकीलों द्वारा मारपीट व बदसलूकी और हिंसक घटनाएं हुई थीं।