अपने अंतिम टेस्ट को बनाया यादगार, तोडा मिस्बाह का रेकार्ड  

नई दिल्ली: न्यूजीलैंड के स्टार बल्लेबाज और कप्तान ब्रैंडन मैक्कलम  ने अपने अंतिम टेस्ट को यादगार बना दिया है। अपने 101वें टेस्ट में मैक्कलम ने टेस्ट इतिहास का सबसे तेज़ शतक जड़ दिया। मैक्कलम ने ये कारनामा 54 गेंदों में किया। उन्होंने विवियन रिचर्ड्स और मिस्बाह-उल-हक का 56 गेंद में शतक का रिकॉर्ड तोड़ा।

मैक्कलम जब बल्लेबाज़ी करने उतरे तो उनकी टीम 32 रन पर 3 विकेट गंवाकर बेहद मुश्किल स्थिति में थी। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने सीमिंग कंडीशन्स में कीवी टीम को पहले बल्लेबाज़ी करने का न्योता दिया। हालात का अंदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है कि लैट्हम ने 40 गेंदों पर 4 रन बनाए, तो विलियम्सन 69 गेंदों पर 7 रन बनाकर आउट हुए।

मैक्कलम को 32 और 39 रन के निजी स्कोर पर जीवनदान भी मिला। 32 रन पर पैटिंसन ने उनका मुश्किल कॉट एंड बोल्ड छोड़ा, तो 39 के स्कोर पर पैटिंसन की ही गेंद पर मिचेल मार्श ने उनका कैच तो पकड़ लिया, लेकिन अंपायर ने उसे नो बॉल करार दिया। वे 79 गेंदों में 145 रन बनाकर आउट हुए, जिसमें 21 चौके और 6 छक्के शामिल थे।

उन्होंने 34 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया, फिर अगली 20 गेंदों में उन्होंने 50 से 100 का फ़ासला तय कर इतिहास रच दिया।जब वे आउट हुए तब स्कोर 253 रन पर पांच विकेट था और वो अपनी टीम को मुसीबत से निकाल चुके थे। पूरी टीम 370 रन बनाकर आउट हो गई। मैक्कलम के पास एक और पारी बाकी है। मतलब उनके पास एक और मौका कुछ खास करने का है।

विव रिचर्ड्स ने जहां यह रिकॉर्ड इंग्लैंड के खिलाफ़ एंटिगुआ में 1985-86 में बनाया था, वहीं मिस्बाह उल हक ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ़ यह रिकॉर्ड 2014-15 में अबु-धाबी में बनाया था।

इस दौरान मैक्कलम ने टेस्ट इतिहास में सबसे ज्यादा छक्कों का रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया। उनके नाम अब 106 छक्के हैं। उन्होंने एडम गिलक्रिस्ट के 100 छक्कों का रिकॉर्ड तोड़ा। मैक्कलम अपने डेब्यू से अभी तक लगातार 101 टेस्ट खेलने का रिकॉर्ड भी अपने नाम कर चुके हैं।

टेस्ट मैचों में भारत की ओर से सबसे तेज शतक का रिकार्ड कपिल देव के नाम दर्ज है। कपिल ने 1986-87 में कानपुर में श्रीलंका के खिलाफ 74 गेंदों में शतक लगाया था।