नई दिल्ली। पाकिस्तान के हाई कमिश्नर अब्दुल बासित ने भारत के एतराज के बावजूद भी अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी से दिल्ली में मुलाकात की। गिलानी से बातचीत के बाद बासित ने उम्मीद जताई कि कश्मीर मुद्दा भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत के सुलझाया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने गिलानी को इस बात का भी भरोसा दिलाया कि पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे पर अलगाववादियों को समर्थन जारी रखेगा। इस कदम के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत की उम्मीद फिर खत्म होती दिख रही है।

वहीं गिलानी के प्रवक्ता अयाज अकबर ने बताया कि बासित कश्मीरी नेता की सेहत का हाल जानने के लिए दिल्ली में उनके घर में मिले थे। बता दें कि गिलानी कुछ दिनों से बीमार चल रहे हैं। वहीं बासित और गिलानी के बीच डेढ़ घंटे तक बातचीत हुई। इसमें गिलानी ने ये भी कहा कि बातचीत को लेकर भारत गंभीर नहीं है। बासित ने सोमवार शाम को ही कश्मीर के एक और हुर्रियत लीडर मीरवाइज उमर फारुख से मुलाकात की थी। फारुख के मुताबिक, बासित ने उन्हें भरोसा दिलाया कि गिलगिट बाल्टिस्तान कश्मीर का हिस्सा बना रहेगा।

सूत्रों के अनुसार बासित से बातचीत के दौरान गिलानी ने पाकिस्तान के पीएम नवाज को कश्मीर मुद्दे पर समर्थन देने के लिए शुक्रिया कहा। अलगाववादी नेता ने पाकिस्तानी हाई कमिश्नर से कहा कि भारत कश्मीरियों की आवाज दबाने की कोशिश कर रहा है। 2014 में भी बासित अलगाववादी नेताओं से मिले थे। इसके बाद केंद्र सरकार ने फॉरेन सेक्रेटरी लेवल की बातचीत कैंसल कर दी थी।