सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) का मुनाफा 31 दिसंबर को समाप्त तीसरी तिमाही के दौरान 93.41 प्रतिशत की भारी गिरावट के साथ 51.01 करोड़ रुपए रह गया। फंसे कर्ज (एनपीए) के एवज में ज्यादा प्रावधान किये जाने से बैंक का मुनाफा कम हुआ है।

परिसंपत्ति के लिहाज से देश के दूसरे सबसे बड़े सरकारी बैंक, पीएनबी ने 2014-15 की अक्तूबर-दिसंबर तिमाही में 774.58 करोड़ रुपए का मुनाफा कमाया था।

दिसंबर 2015 में समाप्त तिमाही के दौरान बैंक की कुल आय 7.64 प्रतिशत बढ़कर 13,891.2 करोड़ रुपए रही जो पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 12,904.85 करोड़ रपए रही थी।

बैंक का सकल एनपीए उसके कुल कर्ज के मुकाबले बढ़कर 8.47 प्रतिशत हो गया जो पिछले साल इसी तिमाही में 5.97 प्रतिशत रहा था।

बैंक ने कहा कि समीक्षाधीन अवधि में शुद्ध एनपीए बढ़कर 5.86 प्रतिशत हो गया जो पिछले साल इसी तिमाही में 3.82 प्रतिशत था। इस दौरान आयकर को छोड़कर अन्य के लिये तीसरी तिमाही के दौरान 3,775.53 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया जबकि पिछले साल इसी दौरान 1,467.77 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया था।