नई दिल्‍ली: असहिष्‍णुता पर देश में चल रही बहस में बॉलीवुड अभिनेता इरफान खान भी शामिल हो गए हैं। इरफान का मानना है कि जानी-मानी शख्सियतें भी इस देश के हिस्सा हैं और उन्हें भी राष्ट्रीय मुद्दों पर राय व्यक्त करने का हक है। उन्होंने कहा कि प्रगतिशील समाज के लिए किसी एक का मुंह बंद करना कोई स्वस्थ संकेत नहीं है।

एनडीटीवी इंडिया के ‘इंडियन ऑफ द ईयर’ अवार्ड के दौरान इरफान ने मंगलवार रात को कहा, ‘मुझे यह काफी अजीब लगता है जब कुछ लोग कहते हैं कि अभिनेताओं को अभिनय करना चाहिए और उन्हें मुद्दों पर विचार व्यक्त नहीं करना चाहिए। हर किसी को अपने दिमाग से बोलने और चिंता व्यक्त करने का अधिकार है। अगर आप चुप रहने के लिए कहते हैं तब यह एक प्रगतिशील और स्‍वस्‍थ समाज के लिए अच्छा संकेत नहीं है।’ ‘लाइफ ऑफ पाई’ के 49 वर्षीय अभिनेता का मानना है कि विचार व्यक्त करना व्यक्तिगत रुख होता है और अगर कोई अपना विचार व्यक्त नहीं करता है तो यह अच्छा है।

उन्होंने कहा, ‘यह एक व्यक्तिगत मामला है। कुछ लोगों को प्रतिक्रिया व्यक्त करने की प्रवृत्ति होती है जबकि कुछ लोगों में नहीं होती है।’ इरफान ने कहा, ‘जब एंग ली यहां आए तो उनसे उनके देश की राजनीति के बारे में पूछा गया और उन्होंने कहा कि वह राजनीति पर बात नहीं करते हैं। यह मुद्दा  (असहिष्णुता का) खबरों में रहा है। हम जो कहना चाहते हैं, उसे कहने में सुरक्षित महसूस करना चाहिए। हमें खुद को अभिव्यक्त करने में आजाद होना चाहिए।’ गौरतलब है कि इरफान की अगली फिल्म हॉलीवुड की ‘इनफर्नो’ है जिसमें वह टॉम हान्कस के साथ नजर आएंगे। इसके अलावा वह तिग्‍मांशु धूलिया की हिंदी फिल्म ‘यारा’ में भी नजर आएंगे।