नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए अधिसूचना जारी होने के साथ ही इसकी प्रक्रिया शुरू हो गई है। और अमित शाह के फिर से पार्टी के शीर्ष पद पर निर्विरोध काबिज होने की संभावना है। पार्टी के अध्यक्ष पद के लिए नामांकन 24 जनवरी को स्वीकार किए जाएंगे और उसी दिन नामांकन पत्रों की जांच की जाएगी और जरूरी होने पर 25 जनवरी को चुनाव कराया जाएगा। पार्टी के अध्यक्ष के तौर पर शाह का कार्यकाल 23 जनवरी को समाप्त हो रहा है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक उन्हें पुन: निर्विरोध चुना जा सकता है।

अगर शाह फिर से बीजेपी के अध्यक्ष चुने जाते हैं तो यह उनका पहला पूर्ण कार्यकाल होगा क्योंकि अभी तक वह राजनाथ सिंह के तीन साल के कार्यकाल की शेष बची अवधि को पूरा कर रहे हैं। राजनाथ ने केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने के बाद अध्यक्ष पद छोड़ दिया था। शाह ने नौ जुलाई, 2014 को बीजेपी के अध्यक्ष के रूप में कमान संभाली थी।

चुनाव के लिए निर्वाचन अधिकारी अविनाश राय खन्ना ने कहा कि बीजेपी अध्यक्ष पद पर चुनाव के लिए नामांकन 24 जनवरी को सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे के बीच अशोक रोड स्थित पार्टी मुख्यालय पर स्वीकार किए जाएंगे। नामांकनों की जांच और वापसी दोपहर एक बजे से 1:30 बजे के बीच होगी और अगर आवश्यकता हुई तो 25 जनवरी को सुबह 10 बजे से दोपहर दो बजे के बीच चुनाव होगा।

पार्टी सूत्रों ने कहा कि पहले ही 20 राज्यों में पार्टी के अध्यक्षों का चुनाव हो चुका है और पांच और प्रदेश अध्यक्षों के चुनाव की प्रक्रिया चल रही है। बीजेपी के विधान के अनुसार कोई व्यक्ति दो कार्यकाल के लिए बीजेपी का अध्यक्ष बन सकता है। पार्टी के विधान को 2013 में नितिन गडकरी के कार्यकाल के दौरान संशोधित किया गया था।

सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अपने करीबी सहयोगी शाह को समर्थन जताए जाने के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने भी पूरे कार्यकाल के लिए उनके नाम पर मुहर लगा दी है। बीजेपी में पार्टी अध्यक्ष का चुनाव सामान्य तौर पर निर्विरोध होता है। पिछली बार वरिष्ठ पार्टी नेता यशवंत सिन्हा ने चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी लेकिन बाद में ऐसा नहीं करने का फैसला किया था।