रायपुर। छत्तीसगढ़ में लगभग डेढ़ वर्ष पहले हुए अन्तागढ़ विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी के अन्तिम क्षणों में नाम वापस लिए जाने में पैसे के लेनदेन के आज एक राष्ट्रीय अंग्रेजी दैनिक के खुलासे के बाद प्रदेश कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी से जानकारी मांगने और उनके विधायक पुत्र अमित जोगी को कारण बताओ नोटिस जारी करने का निर्णय लिया है।

प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भूपेश बघेल ने आज यहां प्रेस कान्फ्रेंस में यह ऐलान करते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य है, इस कारण उनसे केवल जानकारी मांगी जाएगी, जबकि उनके विधायक पुत्र अमित जोगी को कारण बताओ नोटिस जारी किया जा रहा है। उनसे सात दिनों के भीतर जवाब मांगा जा रहा है। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री जोगी जो भी जवाब देंगे, उसे अपनी संस्तुति सहित कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी को सौंपा जायेगा।

उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष अगस्त में जिस तरह से अन्तागढ़ में कांग्रेस के घोषित प्रत्याशी ने नाम वापस लिया था उसी समय उन्होने इसमें भारी षडयंत्र होने की बात की थी। चुनाव आयोग से भी इस बारे में लिखित शिकायत की थी। अंग्रेजी दैनिक के खुलासे और आडियो टेप के सामने आने के बाद उनके आरोप पूरी तरह से प्रमाणिक साबित हुए है। बघेल ने मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह और उनकी सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि उनके द्वारा प्रजातंत्र को खरीदने एवं कलंकित करने का काम किया गया है। इस कार्य में काले धन का उपयोग किया गया।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अगर वाकई भ्रष्टाचार के विरोधी है तो उन्हे इस मामले की एसआईटी का गठन कर जांच करवाने और मुख्यमंत्री डा.सिंह को तत्काल पद से हटाना चाहिए। उन्होने कहा कि राज्यपाल बलरामजी टंडन को स्वत: इस मामले को संज्ञान में लेकर रमन सरकार को बर्खास्त करने की केन्द्र सरकार से अनुशंसा करनी चाहिए। यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस आलाकमान पार्टी के भितरघातियों पर उनकी शिकायतों पर पूर्व की भांति कार्यवाई को नजरदांज नही कर देगा, उन्होंने कहा कि इस बार प्रमाणिक तथ्यों के साथ पूरा मामला आलाकमान के सामने रखा जायोगा। कांग्रेस के छत्तीसगढ़ मामलों के राष्ट्रीय प्रवक्ता मोहम्मद अकबर ने इस पूरे खुलासे को गंभीर मामला बताते हुए कहा कि यह जनप्रतिनिधित्व कानून के भी खिलाफ है।